खटीमा-जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का मुकाबला करते-करते शहीद हो गया उत्तराखंड का ये वीर जवान, नम हुई हर किसी की आंखें

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों के सीआरपीएफ कैंप पर किए गए हमले में उत्तराखंड का एक जवान शहीद हो गया। बताया जा रहा है कि दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों की ओर से रविवार की देर शाम सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया गया था। इस दौरान जिले के काकपोरा
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खटीमा-जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का मुकाबला करते-करते शहीद हो गया उत्तराखंड का ये वीर जवान, नम हुई हर किसी की आंखें

खटीमा-न्यूज टुडे नेटवर्क- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों के सीआरपीएफ कैंप पर किए गए हमले में उत्तराखंड का एक जवान शहीद हो गया। बताया जा रहा है कि दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों की ओर से रविवार की देर शाम सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया गया था। इस दौरान जिले के काकपोरा रेलवे स्टेशन के पास स्थित सीआरपीएफ कैंप को निशाना बनाकर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसमें 183 बटालियन के हेड कांस्टेबल चंद्रिका प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।

खटीमा-जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का मुकाबला करते-करते शहीद हो गया उत्तराखंड का ये वीर जवान, नम हुई हर किसी की आंखें

खटीमा के रहने वाले है चंद्रिका प्रसाद

शहीद जवान चंद्रिका प्रसाद (50) पुत्र बृजनंदन प्रसाद ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा के खेलडिय़ा निवासी है। वह पुलवामा सकती में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। यह खबर मिलने के बाद शहीद के घर पर कोहराम मच गया। सोमवार देर रात तक शहीद का पार्थिव शरीर खटीमा पहुंच सकता है। बताया जा रहा है चुनाव ड्यूटी के लिए चंद्रिका प्रसाद एक दिन पहले यहां आए थे। हमला करने वाले आतंकियों को ढूंढने के लिए आसपास के इलाके को सील करके बड़े पैमाने पर ऑपरेशन छेड़ा गया है। चंद्रिका के तीन पुत्र और चार पुत्रियां है। सबसे छोटी तीन पुत्रियों की शादी नहीं हुई है। चंद्रिका सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर थे।