ईमानदारी की मिसाल: बैंक अफसर को नोटों से भरा बटुआ लौटाया, जब ईनाम देने लगे तो रो पड़ा फेरी वाला, ये रही वजह…

न्यूज टुडे नेटवर्क। फेरी वाले को बाजार में नोटों से भरा बटुआ मिला। बटुए में फोन नम्बर था उसने फोन मिलाया और जैसे की बटुए का मालिक वहां पहुंचा। फेरी वाले बटुआ निकालकर उसके हाथ पर रख दिया। आज के जमाने में भी इंसानियत और सच्चाई जिंदा है, इसकी मिसाल यूपी के बरेली में देखने
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ईमानदारी की मिसाल: बैंक अफसर को नोटों से भरा बटुआ लौटाया, जब ईनाम देने लगे तो रो पड़ा फेरी वाला, ये रही वजह…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। फेरी वाले को बाजार में नोटों से भरा बटुआ मिला। बटुए में फोन नम्‍बर था उसने फोन मिलाया और जैसे की बटुए का मालिक वहां पहुंचा। फेरी वाले बटुआ निकालकर उसके हाथ पर रख दिया। आज के जमाने में भी इंसानियत और सच्‍चाई जिंदा है, इसकी मिसाल यूपी के बरेली में देखने को मिली। बरेली में एक बैंक अफसर का नोटों से भरा बटुआ गुम हो गया। बाद में एक फोन आया और फेरी वाले बटुआ उन्‍हें सौंप दिया।

पंजाब नेशनल बैंक की मढ़ीनाथ शाखा का लखनऊ से आडिट करने अफसर यहां पहुंचे हैं। इनमें एक अफसर मनीष हैं। आडिट का काम निबटाने के बाद शाम के समय मनीष वापस अपने होटल जा रहे थे कि बटुआ जेब से गायब हो गया। उस बटुएमें 12,000 रुपए, आधार कार्ड, एटीएम, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी कागजात थे। थोड़ी दूर जाते ही उन्हें एहसास हुआ जैकेट में बटुवा नहीं है। वापस बैंक गए। सीसीटीवी की सारी फुटेज बाहर पार्किंग आदि की देखी।

तभी मनीष के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा, बटुआ मेरे पास है। सिटी सब्जी मंडी आओ। मनीष तुरंत सिटी सब्जी मंडी पहुंचे। ब्राउन कलर स्वेटर वाले युवक ने उनके हाथ में बटुआ रख दिया। कहा, यही है। जैसा मिला था, वैसा ही है। देखो आपका सारा सामान है। खोया बटुआ देखकर ऑडिट अफसर मनीष के चेहरे पर खुशी झलक उठी। जैसे ही मनीष ने बतौर ईनाम देने को कुछ रुपए निकाले, तभी फेरी वाला बोला, यह मत करना। मेहनत की खाता हूं। इतना कहकर कहीं चला गया।