एनकाउंटर: लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह का हत्यारोपी गिरधारी मुठभेड़ में ढेर

न्यूज टुडे नेटवर्क। राजधानी लखनऊ में राजधानी लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। गिरधारी ने दरोगा की नाक पर हमला करके भागने की कोशिश की थी। पुलिस गिरधारी को असलाह बरामदगी के लिए ले जा रही थी ,उसी
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एनकाउंटर: लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह का हत्यारोपी गिरधारी मुठभेड़ में ढेर

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। राजधानी लखनऊ में राजधानी लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार हुआ गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। गिरधारी ने दरोगा की नाक पर हमला करके भागने की कोशिश की थी। पुलिस गिरधारी को असलाह बरामदगी के लिए ले जा रही थी ,उसी दौरान उसने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। मुठभेड़ के दौरान 3 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए इसके बाद  गिरधारी को मुठभेड़ में मार गिराया गया।

गिरधारी 39 दिन पहले लखनऊ में हुए पूर्व ब्लाक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस असलहा की बरामदगी के लिए उसे गोमती नगर सहारा अस्पताल के पीछे ले गई थी लेकिन उसने सब इंस्पेक्टर पर हमला कर पिस्‍टल छीन ली और भागने की कोशिश करने लगा। गिरधारी को 11 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था उसकी गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ जिले की स्पेशल फोर्स ने की थी।

पुलिस ने उसके पास से 9 एमएम की पिस्टल भी बरामद की थी, गिरधारी को दिल्ली से लखनऊ की जेल में शिफ्ट किया गया था। लखनऊ पुलिस को सीजेएम कोर्ट से 3 दिन की कस्टडी रिमांड पूछताछ के लिए मिली थी। गिरधारी 13 फरवरी से 16 फरवरी तक 3 दिन की पुलिस रिमांड पर लखनऊ पुलिस की कस्टडी में था।

कमिश्नर पुलिस ने बताया कि गिरधारी विश्वकर्मा को हत्या में इस्तेमाल किए गए असलहे की बरामदगी के लिए रविवार की रात करीब 2:30 बजे के बीच गोमती नगर विनीत खंड में सहारा हॉस्पिटल के पीछे ले जाया जा रहा था। खरगापुर क्रॉसिंग के पास पुलिस टीम ने गाड़ी रोकी तभी गिरधारी ने एसआई अख्‍तर उस्‍मानी की नाक पर वार कर दिया और उनकी पिस्‍टल छीनकर भागने लगा। एसएसआई अनिल सिंह ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने अनिल सिंह के ऊपर फायर खोल दिया।

पूरे घटनाक्रम की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई सूचना मिलते ही पुलिस उपायुक्‍त पूर्वी संजीव सुमन  मौके पर पहुंच गए और इलाके को चारों तरफ से घेर कर झाड़ियों में छिपे गिरधारी को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा ,लेकिन वह छीनी हुई पिस्टल से ही बार-बार फायर करता रहा।  पुलिस की जवाबी कार्यवाही में उसे गोली लग गई ,उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में एसआई अख्‍तर उस्‍मानी की नाक पर चोट आई है जबकि एसएसआई अनिल कुमार सिंह के दाहिने बाजू पर गोली छूते हुए निकली है। इंस्पेक्टर विभूति खंड चंद्रशेखर के बुलेट प्रूफ जैकेट में भी एक गोली लगी है।