रसोई गैस सिलेंडर में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी, जानिए कितने रुपए बढ़े दाम

रसोई गैस के उपभोक्ताओं को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। इस बार बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर आज बुधवार 12 फरवरी 2020 से 150 रुपये तक महंगे हो गए। लगातार रसोई गैस के दाम बढऩे से उपभोक्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। लोगों का कहना है कि पहले से ही महंगाई की मार
 | 
रसोई गैस सिलेंडर में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी, जानिए कितने रुपए बढ़े दाम

रसोई गैस के उपभोक्ताओं को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। इस बार बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर आज बुधवार 12 फरवरी 2020 से 150 रुपये तक महंगे हो गए। लगातार रसोई गैस के दाम बढऩे से उपभोक्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। लोगों का कहना है कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को एक और बड़ा झटका लगा है। 14 किलोग्राम के गैस सिलेंडर के दाम 144.50 रुपये बढ़ गए हैं। अब बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर 858.50 रुपये में मिलेंगे।

साल में दूसरी बार बढ़े रसोई गैस के दाम

अगर बात करें तो यहां बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में 144.50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इस साल दूसरी बार है जब रसोई गैस के दाम बढ़े हैं। इससे पहले 1 जनवरी से गैर सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम में 19 रुपये का इजाफा किया गया था।

रसोई गैस सिलेंडर में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी, जानिए कितने रुपए बढ़े दाम

आम बजट से पहले बढ़ चुके हैं दाम

आम बजट से पहले कामर्शियल गैस सिलेंडर पर रिकॉर्ड 224.98 रुपए का इजाफा किया गया था। कारोबारियों को कामर्शियल सिलेंडर के लिए 1550.02 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। वहीं, घरेलू रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए राहत मिली थी। मसिक रेट रिवीजन में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (14.2 किलो) के बाजार भाव में कोई बदलाव नहीं किया गया । यानी लोगों को (14.2 किलो) वाला सिलेंडर 749 रुपए का ही मिल रहा था।

पहले गैस सिलेंडर का रेट

14.2 किलो – 749.00 रुपए
19 किलो – 1550.02 रुपए

रसोई गैस सिलेंडर में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी, जानिए कितने रुपए बढ़े दाम

पिछले तीन महीनों में गैस सिलेंडर के दाम

गैस सिलेंडर के दाम जनवरी 2020 दिसंबर 2019 नवंबर 2019

14.2 किलो 749.00 रुपये, 730.00 रुपये, 716.50 रुपये
19 किलो 1325.00 रुपये, 1295.50 रुपये, 716.50 रुपये
5 किलो 276.00 रुपये, 269.00 रुपये, 264.50 रुपये

वर्तमान में सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों पर सब्सिडी देती है। अगर इससे अधिक सिलेंडर चाहिए तो बाजार मूल्य पर खरीदारी करनी होती है। सरकार हर साल 12 सिलेंडरों पर जो सब्सिडी देती है, उसकी कीमत भी महीने-दर-महीने बदलती रहती है। औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक सब्सिडी की राशि निर्धारित करते हैं।