भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी को लिखा पत्र- रात 11 बजे बुखार से तप रहे बच्चे वरुण और उनकी मां मेनका गांधी को इंदिरा गांधी द्वारा घर से निकालने की दिलाई याद

नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान वाले बयान को लेकर देश में सियासी पारा लगतार गर्म होता जा रहा है। अब भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, पूनम महाजन और प्रवेश वर्मा ने राहुल गांधी को खुला पत्र लिखकर नेहरू-गांधी परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए राहुल गांधी की कथनी और करनी पर सवाल उठाया है। भाजपा सांसदों ने नेहरू गांधी परिवार पर अपने ही रिश्तेदारों के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए यह याद दिलाया कि किस तरह से रातोंरात राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने अपनी छोटी बहू मेनका गांधी और तेज बुखार से तप रहे उनके बच्चे वरुण को घर से निकाल दिया था।
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नई दिल्ली, 8 जून (आईएएनएस)। राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान वाले बयान को लेकर देश में सियासी पारा लगतार गर्म होता जा रहा है। अब भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, पूनम महाजन और प्रवेश वर्मा ने राहुल गांधी को खुला पत्र लिखकर नेहरू-गांधी परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए राहुल गांधी की कथनी और करनी पर सवाल उठाया है। भाजपा सांसदों ने नेहरू गांधी परिवार पर अपने ही रिश्तेदारों के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए यह याद दिलाया कि किस तरह से रातोंरात राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने अपनी छोटी बहू मेनका गांधी और तेज बुखार से तप रहे उनके बच्चे वरुण को घर से निकाल दिया था।

नेहरू गांधी परिवार पर अपने ही परिवार के लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा, राहुल गांधी बताएं कि वे अपने दादा फिरोज गांधी की कब्र पर मोहब्बत के फूल लेकर आखिरी बार कब गए थे ?, इंदिरा गांधी ने अपनी छोटी बहू मेनका गांधी को रातोंरात घर से निकाल दिया था,उस समय उनकी गोद में नन्हा बेटा वरुण गांधी था, जो तेज बुखार से तड़प रहा था,बाद में वरुण गांधी अपनी शादी का न्योता लेकर 10 जनपथ सोनिया गांधी से मिलने गए लेकिन सोनिया,प्रियंका और राहुल कोई भी उनकी शादी में शामिल नहीं हुआ जबकि इंदिरा गांधी से मिले असहनीय अपमान के बावजूद वरुण गांधी प्रियंका गांधी की शादी में शामिल हुए थे।

भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में, गांधी-नेहरू परिवार और कांग्रेस पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, कांग्रेस के राज में ही सबसे ज्यादा दंगे हुए,नेहरू-गांधी परिवार ने कांग्रेस नेताओं के साथ बदसलूकी और अपने ही रिश्तेदारों के साथ अमानवीय व्यवहार किया,देश की महान विभूतियों के प्रति नफरत का भाव रखा, नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक के काल में नरसंहार हुए और इन्होंने इसे जायज ठहराया। नेहरू की तरह उनकी बेटी इंदिरा भी साधु संतों के खिलाफ नफरत का भाव रखती थी और उनके राज में साधु-संतों पर गोलियां बरसाई गई,दलितों पर अत्याचार हुए, राजीव गांधी के कार्यकाल में सिखों का नरसंहार हुआ,नेहरू ने राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल और बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया और मजरूह सुल्तानपुरी को अपनी आलोचना करने के लिए जेल में डाल दिया, इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया, सोनिया गांधी के जमाने में कांग्रेस ने अपने ही तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केसरी को अपमानित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया,अपने ही पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के पार्थिव शरीर को कांग्रेस कार्यालय के अंदर नहीं आने दिया, प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न दिए जाने के कार्यक्रम का बहिष्कार किया,गुलाम नबी आजाद को पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया यहां तक कि अपने वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भी अपमानित किया।

भाजपा सांसदों ने कांग्रेस और नेहरू गांधी परिवार पर देश की वीर विभूतियों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए सावरकर के बारे में दिए गए बयान को लेकर भी राहुल गांधी की आलोचना की गई।

--आईएएनएस

एसटीपी/एएनएम

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