गुरुग्राम में इमारत गिरने की घटना में 1 बचा, 3 की मौत
उपायुक्त यश गर्ग ने कहा कि उपमंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पटौदी प्रदीप कुमार द्वारा जांच की जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि रविवार को गिरने के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है।
इसके अलावा, डिलेक्स कार्गो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में एग्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत विजय कुमार की शिकायत के बाद गुरुग्राम के फरु खनगर थाने में भवन मालिक रविंदर कटारिया और कंपनी मैनेजर कृष्ण कौशिक के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
विजय कुमार ने आईएएनएस को बताया, टीम ने कल रात करीब 9.25 बजे एक प्रदीप को बचाया था और रातभर चले अभियान के दौरान दो अन्य शव निकाले थे। हमारे चौथे साथी राहुल उर्फ टिन्नी भारद्वाज का शव सोमवार दोपहर को निकाला गया।
कुमार ने कहा कि घटना के समय लगभग 16 लोग इमारत के अंदर थे और उनमें से 12 भाग्यशाली थे कि अंतिम समय में इमारत से बाहर निकल गए, जबकि चार अंदर फंस गए थे।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया, हमने कई बार रविंदर और कृष्ण से आग्रह किया था कि इमारत की स्थिति अच्छी नहीं थी और श्रमिकों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की आवश्यकता थी, लेकिन दोनों ने हमारे अनुरोध पर ध्यान नहीं दिया और उनकी लापरवाही के कारण तीन श्रमिकों की जान चली गई। जबकि एक का अभी पता नहीं चल पाया है।
ज्ञात हो कि रविवार शाम करीब 7 बजे गुरुग्राम के खवासपुर गांव में इमारत ढह गई। अधिकारियों ने कहा कि इमारत कंपनी के परिसर में स्थित थी और वह कर्मचारियों का निवास थी।
प्रशासन, गुरुग्राम पुलिस, एनडीआरएफ, दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नागरिक सुरक्षा और स्थानीय लोगों की टीमें तुरंत बचाव कार्य शुरू करने के लिए मौके पर पहुंचीं।
रविवार को गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर यश गर्ग, पटौदी विधायक सत्यप्रकाश जरावाता और सब डिविजनल मजिस्ट्रेट पटौदी प्रदीप कुमार ने मौके पर जाकर ऑपरेशन का जायजा लिया था।
--आईएएनएस
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