COVID-19: डंप किए गए मास्क और ग्लब्स समुद्री जीवों की जान को बन रहे खतरा
कोरोना संक्रमण की महामारी से बचाव के लिए लोग फेसमास्क, ग्लब्स और पीपीई किट जैसे रक्षा कवच (Protective cover) को इस्तेमाल कर रहे हैं। इंसान की लापरवाही की वजह से ये चीजें समुद्र को जहरीला बनाने का जरिया बन गईं हैं। हर माह अरबों की संख्या में फेस मास्क और ग्लब्स (Face mask and Globs) समुद्र में फेंके जा रहे हैं, जो जलीय जंतुओं के लिए जानलेवा बन रहे हैं।
इस संबंध में ओशियन-एशिया संस्था का कहना है कि मेडिकल कचरे (Medical waste) से करोड़ों जलीय जीवों की मौत हो सकती है। इस संस्था ने हांगकांग, तुर्की, फ्रांस और ब्रिटेन के समुद्री तटों के कचरे पर सर्वे (Survey) किया। उसने पाया कि तटों से सौ मीटर की दूरी तक कई टन कोविड से जुड़ा मेडिकल कचरा पाया गया। दुनिया भर के कुल 215 देश कोरोना वायरस (Corona virus) की चपेट में हैं, जहां मास्क पहना जा रहा है। एक अनुमान के हिसाब से लोग एक से दिन में दो मास्क का इस्तेमाल करते हैं।
कपड़े का मास्क लाभदायक
पर्यावरण संस्थानों ने कपड़े का या जल्दी से नष्ट हो जाने वाले मास्क को अनिवार्य बनाने की सलाह दी है। इसके अलावा अस्पतालों से निकला कचरा सीधे संयंत्रों (plants) में भेजना अनिवार्य किया जाए।