Suhani Shah - जानिए कौन हैं सुहानी शाह जो बागेश्वर धाम वाले बाबा की तरह पढ़ लेती हैं सबका दिमाग 

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Suhani Shah On Dhirendra Krishna Shastri & Bageshwar Dham - इन दिनों देश भर में चारों और बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) की चर्चा हो रही है दावा है की वह लोगों के दिमाग की बातें जान लेते हैं। वह कहते हैं यह सब बालाजी का चमत्कार है वह कुछ नहीं करते हैं।  ऐसी ही एक मेंटलिस्ट सुहानी शाह भी हैं। वह पॉपुलर यूट्यूबर, कमेडियन और ‘जादूगरनी’ हैं. लोगों का दिमाग़ पढ़ लेती हैं. ऐसा दावा है। असल में दिमाग़ नहीं पढ़ती हैं. ये जो मेंटलिस्ट लोग होते हैं, वो लोगों के हाव-भाव, हरक़तों और देह-भाषा से कुछ चीज़ें पता लगा लेते हैं. जैसे, आपके फोन का पासवर्ड. वो आपसे ही सवाल पूछेंगे और बिना पासवर्ड बुलवाए, निकलवा लेंगे. फ़र्ज़ करिए कि आपको कोई मेंटलिस्ट मिल जाए. 


अब क्योंकि टेक्नॉलजी बहुत आगे बढ़ चुकी है, तो वो मेंटलिस्ट आपसे आपका फोन मांगेगा. कहेगा लॉक कर के दीजिए. आप भी इस बात का ख़्याल रखेंगे. फिर वो आपसे कहेगा कि आप अपने चार डिजिट के पासवर्ड का पहला डिजिट अपने मन में सोचिए. अब जैसे पहला डिजिट है 4, तो आपको चार के बारे में सोचना है. क्या सोचना है, पता नहीं. लेकिन जैसे ही आपने सोचा चार, मेंटलिस्ट समझ जाएगा. ये जादू नहीं है. मनुष्यों की कंडिशनिंग के बाद उनके ज़ेहन में हर रंग, नंबर या लेटर से कुछ न कुछ जुड़ा होता है. वो उसी हिसाब से हरक़त करते हैं. और, ये हरक़त बहुत हल्की होती है. मसलन पलक झपकाना, उंगली हिलाना, चेहरे पर कोई शिकन. बारीक़ से बारीक़ हरक़त से नंबर का पता लगाते हैं और अंत में आपका फ़ोन उनके हाथों में खुल जाता है! यही करती हैं सुहानी शाह. वह ‘जादू’ और कॉमेडी को मिलाकर अपना परफ़ॉरमेंस तैयार करती हैं. उनकी अच्छी-खासी फॉलोइंग है. लगभग बीस सालों से देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में परफ़ॉर्म कर रही हैं. पहली परफ़ॉर्मेस उन्होंने सात साल की उम्र में की थी. तब वो केवल अपने ‘मैजिक ऐक्ट्स’ करती थीं. अपने बर्थडे के दिन ही पहली बार परफ़ॉर्म किया और उस सभा में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला भी मौजूद थे.

 

कौन हैं सुहानी शाह - Who is Suhani Shah?

सुहानी राजस्थान के उदयपुर की रहने वाली हैं. 29 जनवरी 1990 को उनका जन्म हुआ. बचपन से ही 'जादू' और ट्रिक्स ने उन्हें बहुत आकर्षित किया. डांसर, सिंगर, डॉक्टर या टीचर जैसे पारंपरिक पेशों में दिलचस्पी न जागी, तो पिता से कहा कि इस फ़ील्ड में आगे बढ़ना चाहती हैं. पिता ने सपोर्ट किया. पहली क्लास में ही स्कूल छोड़ दिया कि फ़ुल-टाइम इसी फ़ील्ड को समय दे सकें. अपने एक वीडियो में सुहानी ने ख़ुद बताया है कि 14 साल तक उन्हें अंग्रेज़ी बोलनी-लिखनी नहीं आती थी. क्योंकि ये फ़ील्ड बहुत कॉमन नहीं है, तो 'मैजिक' के नाम पर लोगों को लगता था कि उन्हें सिद्धि प्राप्त है. इसके बाद उन्होंने साइकोलॉजिकल असेसमेंट शुरू किया. बाद में उन्होंने 'सुहानी माइंडकेयर' नाम से एक संस्था भी शुरू की, जो लोगों को थेरपीज़ देती हैं. जिन लोगों को शराब या सिगरेट की लत होती है, वो उन्हें ट्रीट करते हैं. सुहानी ने इसी क्षेत्र से संबंधित पांच किताबें भी लिखी हैं और वो एक पेशेवर हिपनो-थेरेपिस्ट हैं. वो जो पेंडुलम-नुमा चीज़ से लोगों को 'वश' में कर लेते हैं.आजकल सुहानी अलग-अलग टीवी चैनलों पर जा रही हैं और वहां अपनी स्किल्स दिखा रही हैं. उनका कहना है कि ये सब बस एक ट्रिक है.