यूआईसी सुरक्षा कांग्रेस ने रेलवे सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए मांगा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। यूआईसी विश्व सुरक्षा कांग्रेस ने रेलवे सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया है।
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नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। यूआईसी विश्व सुरक्षा कांग्रेस ने रेलवे सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया है।

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे (यूआईसी) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 18वीं यूआईसी वल्र्ड सिक्योरिटी कांग्रेस जयपुर में दूसरे दिन भी जारी रही, जिसमें दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ रेलवे सुरक्षा उपकरणों और कार्य प्रणालियों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

यह कार्यक्रम तीसरी बार भारत में आयोजित किया गया है जिसमें दुनिया भर के प्रमुख सुरक्षा विशेषज्ञ, नीति निर्माता और उद्योग के नेता रेलवे क्षेत्र में वर्तमान सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने और अभिनव समाधानों पर विचार-विमर्श करने के लिए भाग ले रहे हैं।

सुबह के सत्र में उत्तरी अमेरिका, पश्चिम एशिया, अफ्रीका, यूरोप और भारत में सर्वश्रेष्ठ रेलवे सुरक्षा उपकरणों और प्रचलन पर प्रस्तुतियां शामिल थीं। प्रस्तुतियों में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि कैसे विभिन्न राष्ट्र ट्रेनों और स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और अनुकूलित प्रक्रियाओं का लाभ उठा रहे हैं।

विभिन्न क्षेत्रों द्वारा किए गए कार्यों में निरन्तर चल रही एक विषय वस्तु के अनुसार रेलवे स्टेशन को न केवल यात्रियों के लिए प्रवेश और निकास के एक बिंदु के रूप में पहचाना जाएं, बल्कि सामाजिक, नागरिक और आर्थिक गतिविधि के एक केन्द्र के रूप में मान्यता देने की आवश्यकता है। यह विशेष रूप से यूक्रेन के शरणार्थी संकट से निपटने के लिए विकसित समाधानों पर पोलैंड की प्रतिनिधि, मैग्डेलेना कुजाकिंस्का द्वारा साझा किए गए अनुभवों में सबसे आगे आया।

भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए महाराष्ट्र की रेलवे पुलिस महानिदेशक डॉ. प्रदन्य सरवदे और रेलवे सुरक्षा बल, मध्य रेलवे के महानिरीक्षक अजॉय सदानी ने उल्लेख किया कि किस प्रकार राज्य पुलिस ने आरपीएफ के सहयोग से मुम्बई में औपचारिक सुरक्षा तंत्र और नागरिक वातावरण के अनुरूप समाधान निकाले हैं।

मुंबई जैसे घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्र में, उन्होंने सुरक्षित यात्रा के लिए समाधान विकसित करते हुए यात्री को केन्द्र में रखकर मानवीय पुलिसिंग का आह्वान किया।

विजन 2030 की विषय वस्तु के साथ, दोपहर के सत्र में भारत के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा की। आरपीएफ के पूर्व महानिदेशक अरुण कुमार, कैबिनेट सचिवालय में पूर्व सचिव (सुरक्षा) वी एस के कौमुदी, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय, नई दिल्ली में अपर सचिव एस एम सहाय, ने इन चुनौतियों पर चर्चा की जिनके लिए अद्वितीय समाधानों की आवश्यकता है क्योंकि भारतीय रेलवे भारत के संवेदनशील क्षेत्रों में विस्तार करता है। उन्होंने अपराध और खतरे की धारणा के उभरते पैटर्न का पूर्वानुमान लगाने के लिए भविष्य कहलाने वाले तंत्र को शामिल करते हुए एक मजबूत रेलवे सुरक्षा बुनियादी ढांचा विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उपस्थित लोगों ने माना कि साइबर सुरक्षा, हाई-स्पीड रेल की सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय अपराध और आतंकवाद जैसे उभरते खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए इन संस्थानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए अधिक से अधिक बल देने की आवश्यकता होगी।

--आईएएनएस

पीटीके/एएनएम

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