भारत-फ्रांस के बीच केरल में होगा पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास फ्रिंजेक्स-2023
रक्षा मंत्रालय ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत और फ्रांस के इस संयुक्त सैन्य अभ्यास का उद्देश्य सामरिक स्तर पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना है। सैन्य अभ्यास की कार्यसूची में संयुक्त मानवीय सहायता और आपदा राहत शामिल है। इसके अंतर्गत दोनों देशों की सेनाएं एक विशेष संयुक्त कमांड फोर्स की स्थापना करेंगी। इस कमांड पोस्ट में आपदा राहत के उद्देश्य से परिकल्पित क्षेत्र को सुरक्षित करने का अभ्यास किया जाएगा। यहां किए जाने वाले प्रशिक्षण में संचालन तथा आंतरिक रूप से विस्थापित आबादी के लिए (आईडीपी) शिविर की स्थापना व आपदा राहत सामग्री की सुगम आवाजाही शामिल है।
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब दोनों देशों की सेनाएं इस प्रारूप में तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय सेना के सैनिकों और फ्रांस की 6वीं लाइट आर्मर्ड ब्रिगेड के एक-एक कंपनी समूह के प्रत्येक दल के साथ शामिल हो रही हैं। संयुक्त अभ्यास फ्रांस के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा, जो समग्र भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का एक प्रमुख पहलू है।
इससे पहले भारत और जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास एक्सरसाइज धर्म गार्जियन का चौथा संस्करण 17 फरवरी से 2 जनवरी तक आयोजित किया गया था। इस अभ्यास के संस्करण में जंगल और अर्ध शहरी और शहरी इलाकों में सैन्य गतिविधियों के लिए प्लाटून स्तर का संयुक्त प्रशिक्षण भी शामिल था।
इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान, दोनों देशों के सैन्य कर्मी संयुक्त योजना बनाने, संयुक्त सामरिक अभ्यास, एकीकृत निगरानी ग्रिड स्थापित करने की मूल बातों को साझा करने तथा हवाई संपत्तियों की नियुक्ति सहित विभिन्न मिशन शामिल रहे।
17 फरवरी से 2 मार्च तक जापान के शिगा प्रांत के कैंप इमाजू में यह संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित किया गया। विशेष रूप से, भिन्न-भिन्न देशों के साथ भारत द्वारा किए जाने वाले सैन्य प्रशिक्षण अभ्यासों की श्रृंखला में एक्सरसाइज धर्म गार्जियन जापान के साथ एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
अभ्यास धर्म गार्जियन वर्तमान वैश्विक स्थिति की पृष्ठभूमि में दोनों देशों द्वारा सामना की जाने वाली सुरक्षा चुनौतियों के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण और सार्थक रहा।
--आईएएनएस
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