बंगाल के आसनसोल में बीजेपी के कंबल वितरण कार्यक्रम में भगदड़, तीन लोगों की मौत
समारोह के मुख्य अतिथि विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी थे। इस अवसर पर स्थानीय भाजपा नेता एवं आसनसोल नगर निगम के पूर्व महापौर जितेंद्र तिवारी भी उपस्थित थे। अधिकारी के वहां से चले जाने के बाद भगदड़ मची, जहां करीब 5,000 लोग जमा हुए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब तक अधिकारी मौके पर थे तब तक कार्यक्रम शांतिपूर्वक चल रहा था। हालांकि, उनके जाने के बाद बांटने के लिए रखे गए कंबलों को लेने के लिए होड़ मच गई, जिससे हादसा हो गया। इस बीच, पुलिस आयुक्त, आसनसोल-दुर्गापुर, सुधीर कुमार नीलकांतम ने दावा किया कि उक्त कार्यक्रम के लिए पुलिस की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा, भगदड़ में तीन लोगों के मारे जाने की खबर आई है। किसी ने भी कार्यक्रम की अनुमति के लिए लिखित आवेदन नहीं दिया था। पुलिस को केवल मौखिक रूप से सूचित किया गया था। भ्भीड़ अधिक होने के कारण भगदड़ मची।
हालांकि, जितेंद्र तिवारी ने दावा किया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 3 दिसंबर को कार्यक्रम के बारे में अधिकारियों को सूचित करते हुए आयुक्तालय को एक पत्र भेजा था। उन्होंने कहा- पुलिस ने हमें कोई सूचना नहीं दी कि कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकता।हमारे पत्र का जवाब देने के लिए पुलिस के पास पर्याप्त समय था। अगर पुलिस ने हमें सूचित किया होता कि अनुमति नहीं दी गई है, तो हमें उसी के अनुसार कदम उठाना चाहिए था।
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने दावा किया कि यही कारण है कि राज्य प्रशासन अक्सर इस तरह के सामूहिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भाजपा को अनुमति देने से कतराता है। दूसरी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा कि घटना में राज्य की सत्ताधारी पार्टी की कोई साजिश हो सकती है।
मारे गए तीन लोगों में से दो की पहचान चांदमोनी देवी और प्रीति सिंह के रूप में हुई है। तीसरे मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। आसनसोल के डिप्टी मेयर अविजीत घटक ने कहा कि भगदड़ कैसे हुई इसकी जांच होनी चाहिए।
--आईएएनएस
केसी/एएनएम