पीपलकोटी के गडोरा वार्ड के देवस्थान तोक के ग्रामीणों के लिए ऑलवेदर रोड परियोजना बनी मुसीबत, कई मकानों में आई गहरी दरारें

जोशीमठ/पीपलकोटी, 1 फरवरी (आईएएनएस)। नगर पंचायत पीपलकोटी के गडोरा वार्ड के देवस्थान तोक के ग्रामीणों के लिए ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य मुसीबत का सबब बना है। वर्ष 2019 में परियोजना कार्य शुरू होते ही देवस्थान तोक के निचले हिस्से में भूस्खलन शुरू हो गया था जो अभी भी जारी है। इससे कई मकानों में गहरी दरारें आ गई हैं।
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जोशीमठ/पीपलकोटी, 1 फरवरी (आईएएनएस)। नगर पंचायत पीपलकोटी के गडोरा वार्ड के देवस्थान तोक के ग्रामीणों के लिए ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य मुसीबत का सबब बना है। वर्ष 2019 में परियोजना कार्य शुरू होते ही देवस्थान तोक के निचले हिस्से में भूस्खलन शुरू हो गया था जो अभी भी जारी है। इससे कई मकानों में गहरी दरारें आ गई हैं।

उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों को ज्ञापन देने के बाद भी न तो ग्रामीणों को मुआवजा दिया गया न ही प्रभावित क्षेत्र का ट्रीटमेंट किया गया। देवस्थान तोक में अनुसूचित जाति के 12 परिवार रहते हैं। वर्ष 2019 में पीपलकोटी क्षेत्र में ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत बदरीनाथ हाईवे पर हिल कटिंग शुरू हुई थी। तब से गडोरा गांव के निचले हिस्से में लगातार भूस्खलन हो रहा है।

चमोली एसडीएम डॉ. दीपक सैनी ने कहा कि, गडोरा क्षेत्र में कुछ लोगों की मांग पर क्षेत्र में भूस्खलन का निरीक्षण किया गया है। देवस्थान तोक में भी यदि मकानों में दरारें आ रही हैं तो उसे दिखवाया जाएगा। ग्रामीणों की मांग पर प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।

नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल के मकान में भी दरारें आ गई हैं। साथ ही ग्रामीण बंशीलाल, केशव विश्वकर्मा, शिवचरण बंडवाल, देवेश, गोरीश, दिनेश, देवेंद्र, अनिल, पुष्कर लाल, सुरेश और ऋषिचरण के मकानों पर भी गहरी दरारें पड़ी हैं। केशव का कहना है कि क्षतिग्रस्त मकानों में रहने में भी डर लग रहा है।

बरसात में वे अपने घर को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाते हैं। वहीं क्षेत्र में पैदल रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे स्कूली बच्चों व आम लोगों को आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं।

नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बंडवाल ने कहा कि कई बार शासन-प्रशासन से पत्राचार कर क्षेत्र के निरीक्षण की मांग की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यह अनुसूचित जाति के परिवारों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र क्षेत्र का निरीक्षण व ट्रीटमेंट तथा प्रभावितों को मुआवजा नहीं दिया गया तो प्रभावित क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन के साथ ही अनशन भी किया जाएगा।

--आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

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