धर्मपाल को संगठन के अनुभव से मिली यूपी की कमान
पश्चिमी यूपी के राजनीतिक विश्लेषक का मानना है कि धर्मपाल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को आसानी से पार कर लेंगे। क्योंकि उनके पास विद्यार्थी परिषद का अच्छा अनुभव है। वो भी पूरब और पश्चिम दोनों क्षेत्रों का। इन इलाकों में इन्होंने कई छात्रसंघ चुनाव भी लड़ायें हैं। कई आंदोलन भी किये हैं। इसके अलावा कई प्रदेशों का अनुभव इनके पास है।
वह मूलरूप से बिजनौर के ही रहने वाले हैं। मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद धर्मपाल ने 1986 में आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भरतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े।
1990 से उन्होंने देहरादून से पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य शुरू किया था। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के संयुक्त क्षेत्रीय संगठन मंत्री रहे।
उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज और पूर्वी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री रहे।
2017 के विधानसभा चुनावों में संघ की ओर से बीजेपी के लिए काम किया।
जुलाई 2017 में झारखंड में भाजपा के संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी मिली। पहली बार नगर निगमों, जिला परिषदों में भजापा को जीत दिलाई। 2020 के बिहार विधानसभा, 2021 के असम विधानसभा और 2022 के उत्तर विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
--आईएएनएस
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