दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार से शुरू हो रहा है प्रथम वर्ष का नया सत्र

नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार 2 नवंबर से प्रथम वर्ष के छात्रों का नया सत्र शुरू होगा। विश्वविद्यालय में दाखिला हासिल कर चुके अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों से जुड़े पहले वर्ष के छात्र का विश्वविद्यालय परिसर में यह प्रथम आगमन होगा। शिक्षकों एवं मौजूदा छात्रों का मानना है कि विश्वविद्यालय परिसर के लिए यह एक महापर्व की तरह होगा। गौरतलब है कि इस वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रैजुएट दाखिले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी के आधार पर किए गए हैं।
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दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार से शुरू हो रहा है प्रथम वर्ष का नया सत्र नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय में बुधवार 2 नवंबर से प्रथम वर्ष के छात्रों का नया सत्र शुरू होगा। विश्वविद्यालय में दाखिला हासिल कर चुके अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों से जुड़े पहले वर्ष के छात्र का विश्वविद्यालय परिसर में यह प्रथम आगमन होगा। शिक्षकों एवं मौजूदा छात्रों का मानना है कि विश्वविद्यालय परिसर के लिए यह एक महापर्व की तरह होगा। गौरतलब है कि इस वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रैजुएट दाखिले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी के आधार पर किए गए हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने जा रहा है। प्रथम वर्ष के छात्र कॉलेजों में दाखिला लेने के बाद अब बुधवार को अपने अपने कॉलेज पहुंचेंगे और उनकी नियमित क्लासिस शुरू हो सकेगीं। इस बीच नए छात्रों की रैगिंग रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारियां की हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय ने रैगिंग रोकने व इसके खिलाफ कार्रवाई संबंधी एक विशेष गाइडलाइन बनाई है।

दिल्ली विश्वविद्यालय का कहना है कि एंटी रैगिंग पहल के तहत विश्वविद्यालय प्रशासन 2 से 11 नवंबर के बीच दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तर और दक्षिण परिसर में नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा। रैगिंग रोकने और जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में विभिन्न कॉलेजों एवं विश्वविद्यालय कैंपस के अन्य क्षेत्रों में बाकायदा गाइडलाइन वाले पोस्टर लगाने का निर्णय लिया है। एंटी रैगिंग गाइडलाइंस वाले यह पोस्टर हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में होंगे। छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पुलिस पिकेट भी लगाई जाएंगी यह पुलिस पिकेट कॉलेजों के आसपास ही लगाए जाने का प्रस्ताव है। इस पुलिस पिकेट में विशेष तौर पर महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। छात्रों की सहायता के लिए एनसीसी कैडेट की भी नियुक्ति की जाएगी।

विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि वे अपनी ओर से छात्रों को जागरूक करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। वहीं पुलिस तैयारियों की बात की जाए तो विभिन्न कॉलेजों के बाहर सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। यह महिलाकर्मी खासतौर पर कॉलेजों में दाखिला लेने वाली नई छात्राओं की मदद के लिए तैनात की जा रही हैं। वहीं रैगिंग में शामिल पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय ने कठोर कदम उठाने का ऐलान किया है। विश्वविद्यालय का कहना है कि इस प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले छात्रों को निष्कासित भी किया जा सकता है।

छात्र संगठन एबीवीपी के अक्षित दहिया का कहना है कि उनका संगठन नए छात्रों की मदद के लिए अलग-अलग कॉलेजों में कैंप लगाएगा। इस दौरान नई छात्र किसी भी समस्या का सामना करने पर एबीवीपी के कार्यकतार्ओं से संपर्क कर सकते हैं। दहिया के मुताबिक नए छात्रों की समस्याओं का समाधान प्रशासन के सहयोग से भी किया जाएगा।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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