एनआईए ने तमिलनाडु में 2 चरमपंथी पीएफआई नेताओं को किया गिरफ्तार
आरोपियों में पीएफआई के डिंडीगुल जोनल सचिव यासर अराफात (28), कुड्डालोर जिला सचिव, फयाज अहमद (36) और संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य, ए.एस. कोयंबटूर से इस्माइल शामिल हैं।
एनआईए के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि और लोग हिरासत में हैं, लेकिन उन्होंने विवरण साझा करने से इनकार कर दिया।
पीएफआई के कार्यालय परिसर और उसके नेताओं के आवासों पर देश भर के 11 राज्यों में छापेमारी के बाद प्रमुख जांच एजेंसी ने देश भर में 106 लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों को चेन्नई में एनआईए तमिलनाडु के प्रधान कार्यालय में लाया जाएगा और चिकित्सा परीक्षण कर अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
यह ज्ञात नहीं है कि आरोपी पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन अधिनियम या आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत आरोप लगाए जाएंगे या नहीं।
एनआईए के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पीएफआई के कुछ नेताओं को नई दिल्ली में एजेंसी के राष्ट्रीय मुख्यालय ले जाया जा सकता है।
संबंधित राज्य पुलिस इकाइयों को सूचित किए बिना केंद्रीय पुलिस बल के जवानों के सहयोग से गुरुवार सुबह तड़के छापेमारी की गई।
चेन्नई में एनआईए तमिलनाडु के प्रधान कार्यालय में भारी पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है क्योंकि पीएफआई ने कार्यालय की ओर विरोध मार्च की घोषणा की है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पीएफआई द्वारा कथित आतंकी फंडिंग पर एनआईए को मिले इनपुट के साथ-साथ हिंदू समूह के कार्यकर्ताओं को खत्म करने के लिए संगठन के कैडरों और स्थानीय नेताओं द्वारा तैयार की गई सूची के बाद छापेमारी की गई थी।
पलक्कड़ में आरएसएस नेता श्रीनिवासन की हत्या के बाद की गई छापेमारी ने एनआईए को पीएफआई के तौर-तरीकों के बारे में कुछ जानकारी दी है।
--आईएएनएस
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