उत्तराखंड : डीएमए के सचिव ने मानसून-पूर्व की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारियों के संग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

देहरादून, 29 मई (आईएएनएस)। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीएमए) के सचिव रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में मानसून से पूर्व की तैयारियों को लेकर राज्य के समस्त जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। बैठक में आईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल तथा अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल उपस्थित रहे। बैठक में राज्य स्तर के समस्त लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।
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देहरादून, 29 मई (आईएएनएस)। उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीएमए) के सचिव रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में मानसून से पूर्व की तैयारियों को लेकर राज्य के समस्त जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गई। बैठक में आईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल तथा अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल उपस्थित रहे। बैठक में राज्य स्तर के समस्त लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने भी प्रतिभाग किया।

सचिव रंजीत सिन्हा ने राज्य के संवेदनशील जनपदों सहित समस्त जिलों को मानसून आने से पहले की तैयारियों को लेकर सभी जिलाधिकारियों के साथ एक बैठक की। उन्होंने जिलाधिकारियों को जिलों में मॉक ड्रिल अनिवार्य रूप से संपन्न कर लिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित डिपार्टमेंट आपदा की स्थिति में जिलों से संपर्क बनाए रखने के लिए अपने एक सीनियर ऑफिसर को नोडल अधिकारी नामित कर लें, जो समय से जिलों की समस्याओं को उचित स्तर पर पहुंचाएं।

सचिव रंजीत सिन्हा ने कहा कि सभी जिले अपने संसाधनों जिसमें भोजन, पानी, मेडिसन आदि के भंडारण तथा अति संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर लें। मार्गो पर आपदा से संबंधित अधिकारियों के संपर्क सूत्र एवं डिटेल वाले होर्डिग स्थापित करने से आपदा की स्थिति में आमजन को काफी सुविधा होगी। उपलब्ध सैटेलाइट फोन, वायरलेस सेट आदि को चेक कर लें और सभी को चालू अवस्था में रखा जाए।

उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में बनाए जाने वाले स्टेजिंग एरिया, जॉइंट कंट्रोल रूम, शेल्टर, दूर संचार, मीडिया मैनेजमेंट, क्रॉउड मैनेजमेंट आदि बिंदुओं पर प्रजंटेशन के माध्यम से चर्चा की गई। जिलाधिकारियों व राज्य स्तर पर उपस्थित अधिकारियों को तत्परता एवं योजनाबद्ध तरीके से आपदा की स्थिति से निपटने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने जिलों और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मध्य संचार और समन्वय को भी महत्वपूर्ण बताया।

--आईएएनएस

स्मिता/एसजीके

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