इसी साल हाइड्रोजन ट्रेन पटरी पर आ जायेगी : अश्विनी वैष्णव
आम बजट 2023 के ऐलान के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मिडिया से बातचीत में कहा कि आज के बजट से हिंदुस्तान दुनियांभर का ग्रोथ इंजन बनेगा। समाज के हर वर्ग में एक बड़ा परिवर्तन इस बजट से आएगा।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2023 तक देश में हाइड्रोजन ट्रेन आम जनता के लिए पटरी पर उतार दी जायेगी। ये पूर्णत: भारत निर्मित होगी इसे भारत में डिजाइन भी किया जा रहा है और इसका निर्माण भी देश में ही किया जा रहा है। सबसे पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट पर चलेगी। इसके बाद इसका विस्तार कर अन्य रूटों पर भी किया जायेगा।
उन्होनें कहा कि बजट में रेलवे की नई योजनाओं के लिए 75000 करोड़ का फंड का ऐलान किया गया है। साथ ही केंद्र सरकार ने रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ का बजट दिया है। इससे रेलवे में कई वर्षो जो निवेश में कमी थी उसको पूरा किया जायेगा। बजट में ग्रीन ग्रोथ, पर्यटन के क्षेत्र पर जोर दिया जायेगा।
भारतीय रेलवे साल 2030 से पहले शून्य कार्बन उत्सर्जन करने की दिशा में बढ़ रही है। रेलवे नए भारत की जरूरतों के साथ ही पर्यावरण अनुकूल यात्री व मालवाहक बनने की पटरी पर सरपट दौड़ रही है। इसके लिए विद्युतीकरण, जल व कागज संरक्षण, पटरियों पर जानवरों को घायल होने से बचाने के उपायों के जरिये पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए काम किया जा रहा है।
रेलवे बजट को इन्फ्रास्ट्रक्च र को मजबूत करने और हाई स्पीड ट्रेनों को लाने में किया जाएगा। अमृता भारत स्कीम के तहत देशभर में मीडियम और छोटे मिलाकर कुल 1275 स्टेशनों का नवीनीकरण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन का निर्माण पहले केवल चेनाई में किया जाता था। अब हरियाणा के सोनीपत और महाराष्ट्र के लातूर में भी वंदे भारत ट्रेन को बनाया जायेगा। उन्होंने कहा देश के तमाम बड़े शहरों और नगरों में वंदे भारत की तर्ज पर वंदे मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। वंदे मेट्रो का डिजाइन इस साल पूरा कर लिया जाएगा। काके बुलेट ट्रेन का काम तेजी से किया जा रहा है, इसके साथ ही गौरव भारत ट्रेन के 6 अन्य सार्केट रूट्स इस साल शुरू किए जाएंगे।
इसके अलावा नई रेलवे लाइनों को बिछाने, सेमी हाई स्पीड ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर भी काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रेक का काम भी बड़ी तेजी से किया जा रहा है पहले 1 दिन में केवल 4 किलोमीटर पटरी बिछाने का काम किया जाता था आप प्रत्येक दिन 12 किलोमीटर पटरी बिछाने का काम किया जा रहा है।
--आईएएनएस
पीटीके/एएनएम