गुजरात में शाला प्रवेशोत्सव केंद्रों के चयन में भाजपा ने उठाया राजनीतिक कदम

गांधीनगर, 23 जून (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को बनासकांठा जिले के वडगाम विधानसभा क्षेत्र के महमदपुर गांव से 17वें शाला प्रवेशोत्सव की शुरुआत की, जबकि शिक्षा मंत्री जीतू वघानी मेहसाणा जिले के बेचाराजी निर्वाचन क्षेत्र के रूपपुर गांव में मुख्य अतिथि थे। दोनों केंद्र उत्तरी गुजरात में हैं।
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गुजरात में शाला प्रवेशोत्सव केंद्रों के चयन में भाजपा ने उठाया राजनीतिक कदम गांधीनगर, 23 जून (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को बनासकांठा जिले के वडगाम विधानसभा क्षेत्र के महमदपुर गांव से 17वें शाला प्रवेशोत्सव की शुरुआत की, जबकि शिक्षा मंत्री जीतू वघानी मेहसाणा जिले के बेचाराजी निर्वाचन क्षेत्र के रूपपुर गांव में मुख्य अतिथि थे। दोनों केंद्र उत्तरी गुजरात में हैं।

गुजरात के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चाहे सरकारी कार्यक्रम के लिए जगह का चयन हो या पार्टी के लिए, भाजपा के पीछे हमेशा राजनीतिक गणित होता है।

उत्तरी गुजरात के पांच जिलों में 32 विधानसभा क्षेत्र हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 17 और भाजपा ने 14, वडगाम निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवाणी जीते, जिन्हें कांग्रेस का समर्थन प्राप्त था।

1985 के बाद से वडगाम में आठ आम चुनावों में से कांग्रेस ने चार बार, भाजपा ने दो बार, जनता दल और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने एक-एक बार जीत हासिल की। उत्तरी गुजरात का एक अन्य निर्वाचन क्षेत्र बेचाराजी 2009 के परिसीमन के बाद बना था। इस क्षेत्र ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को एक बार लौटा दिया था।

वरिष्ठ पत्रकार दिलीप पटेल ने कहा कि चूंकि उत्तर गुजरात में भाजपा बहुत मजबूत नहीं है, इसलिए पार्टी जड़ों की ओर लौटने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। 2017 के चुनाव में इसके दूसरे बड़े नेता शंकर चौधरी भी चुनाव हार गए थे।

पटेल ने कहा, भाजपा अपने सभी संसाधनों का उपयोग उत्तरी गुजरात में बढ़त हासिल करने के लिए कर रही है और उसी के अनुसार अपनी रणनीति तैयार की है। वडगाम को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है और भाजपा यहां पैठ नहीं बना पाई है। इसी तरह, बेचाराजी निर्वाचन क्षेत्र ठाकोर बहुल है और उत्तर गुजरात के ठाकोर कांग्रेस के कट्टर मतदाता हैं, इसलिए भाजपा इन निर्वाचन क्षेत्रों में इतना निवेश कर रही है।

एक अन्य राजनीतिक विश्लेषक हरि देसाई ने कहा, आयोजन के लिए जगह चुनने में हमेशा राजनीतिक गणना होती है। भाजपा किसी भी अन्य पार्टी की तुलना में अधिक पेशेवर है। ऐसा लगता है कि पार्टी ने इस बार वडगाम सीट जीतने के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया है, इसीलिए पार्टी ने दो कांग्रेसी मणिभाई वाघेला और बालकृष्ण जीरावाला को पार्टी में शामिल किया। हाल ही में एआईएमआईएम ने भी मुस्लिम वोटों को बांटने के लिए विधानसभा क्षेत्र में बैठक की थी।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम