लोगों के सुझाव से तैयार होगा एनएमआरसी का यात्री ऐप

नोएडा, 25 मई (आईएएनएस)। नोएडा मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (एनएमआरसी) मैनेजमेंट एक्वा लाइन मेट्रो में सफर करने वाले मुसाफिर के लिए यात्री ऐप बनाने जा रहा है। इस ऐप को मुसाफिर से सुझाव लेने के बाद तैयार किया जाएगा। मैनेजमेंट इसके लिए 25 मई यानी आज दोपहर 12 बजे से 24 जून रात्रि 11:59 बजे तक सवाल-जवाब के जरिए मुसाफिर से सुविधा सुझाव लेगा। क्यूआर कोड के जरिए भी आपको सवाल मिल जाएंगे।
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नोएडा, 25 मई (आईएएनएस)। नोएडा मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन (एनएमआरसी) मैनेजमेंट एक्वा लाइन मेट्रो में सफर करने वाले मुसाफिर के लिए यात्री ऐप बनाने जा रहा है। इस ऐप को मुसाफिर से सुझाव लेने के बाद तैयार किया जाएगा। मैनेजमेंट इसके लिए 25 मई यानी आज दोपहर 12 बजे से 24 जून रात्रि 11:59 बजे तक सवाल-जवाब के जरिए मुसाफिर से सुविधा सुझाव लेगा। क्यूआर कोड के जरिए भी आपको सवाल मिल जाएंगे।

नोएडा व ग्रेटर नोएडा के सभी मुसाफिरों और ट्रांसपोर्ट सेवा देने वाले लोग भी इसमें भाग ले सकते है। प्रश्नावली को भरने वाले पहले 100 लोग पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। उन्हें एनएमआरसी सम्मानित भी करेगा। इस प्रश्नावली में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तहत यात्रियों को मेट्रो स्टेशन से लेकर उनके गंतव्य तक छोड़ने वाले आटो रिक्शा, बैटरी रिक्शा, साइकिल रिक्शा और कैब चालकों के सुझाव भी लिए जाएंगे। प्रश्नावली एनएमआरसी की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। साथ ही इन प्रश्नावली की कापी ग्रेटर नोएडा स्थित नालेज पार्क 2 व परी चौक और नोएडा सेक्टर 51 मेट्रो स्टेशन पर भी मिलेगी। प्राप्त सुझावों को अंतिम रूप देने के लिए समिति की ओर से उन पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बता दें कि नोएडा मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन ने हाल ही में नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए नोडल अथॉरिटी का दर्जा मिला है।

एनएमआरसी की प्रवक्ता निशा वधावन ने बताया कि हम यात्रा को और सुविधाजनक, सुरक्षित, कम समय लेकर किफायती बनाना चाहते है। इसमें सक्षम होने के लिए हम उन प्राथमिकताओं और मुद्दों पर जानकारी इकट्ठा करना चाहते हैं। जिसका लोगों को दिन-प्रतिदिन सामना करना पड़ता है। एनएमआरसी प्रवक्ता निशा बधावन ने बताया कि मेट्रो लाइन के आने के साथ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुधार होना बाकी है, विस्तार और सुधार की योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि पैरा ट्रांजिट साधनों पर यात्रियों की निर्भरता बहुत अधिक है। उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने से सार्वजनिक साधनों की राइडरशिप में भी सुधार होगा। इसलिए एनएमआरसी यात्री ऐप बनाना चाहता है।

--आईएएनएस

पीकेटी/सीबीटी