मप्र में 89 हजार स्थानों पर सुनी गई मन की बात

भोपाल, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो प्रसारण मन की बात को एक उत्सव के तौर पर सुना गया। राजभवन से लेकर गांव की चौपाल और बूथ स्तर तक पर लोगों ने प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम सुना। राज्य में 89 हजार से ज्यादा स्थानों तक यह कार्यक्रम सुना गया, इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से लेकर सरकार के तमाम मंत्रियों और विधायक व अन्य जन प्रतिनिधियों ने हिस्सेदारी निभाई।
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भोपाल, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो प्रसारण मन की बात को एक उत्सव के तौर पर सुना गया। राजभवन से लेकर गांव की चौपाल और बूथ स्तर तक पर लोगों ने प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम सुना। राज्य में 89 हजार से ज्यादा स्थानों तक यह कार्यक्रम सुना गया, इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा से लेकर सरकार के तमाम मंत्रियों और विधायक व अन्य जन प्रतिनिधियों ने हिस्सेदारी निभाई।

प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड रविवार को प्रदेश के 64100 बूथ और 25000 चिन्हित स्थानों पर उत्सवी माहौल के साथ सुना गया। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं, समाज के अलग अलग क्षेत्रों में विशेष योगदान देने वाले खिलाड़ी, डॉक्टर, कलाकार, प्रबुद्धजन, हितग्राहियों, रचनात्मक कार्य करने वाले अलग-अलग वर्ग और क्षेत्र के लोगों ने उपस्थित होकर मन की बात सुनी। प्रदेश के प्रत्येक जिले में अलग अलग विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा शैक्षणिक संस्थाओं में भी कार्यक्रम संपन्न हुए।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल राजभवन के विशाल सभागार सांदीपनि में प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानित और मन की बात में उल्लेखित विभूतियों एवं आमंत्रित गणमान्य अतिथियों के साथ राजभवन में शामिल हुए। राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम प्रारंभ होने से पहले आमंत्रित अतिथियों को संबोधित कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात मुख्यमंत्री कार्यकाल में उनके मंत्रिमंडल के सदस्य रूप में 14 वर्ष कार्य के अनुभव के आधार पर वह कह सकते हैं कि मोदी अत्यंत संवेदनशील व्यक्ति हैं। उनकी संवेदनशीलता में मानव और पशु समान रूप से शामिल हैं।

पटेल ने प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता के दो प्रसंगों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि जब सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान में एक सिंह के शिकार की घटना हुई, तब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गए थे। देर रात में प्राणों की चिंता किए बिना बीच जंगल में जाकर घटना की मौके पर समीक्षा की। इसी तरह सूरत शहर में आई बाढ़ के दौरान 14 फीट गहरे पानी के बीच नाव में बैठ कर बाढ़ पीड़ितों के दुख-दर्द को जानने अविलंब, उनके बीच पहुंच गए थे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को भोपाल के पीपुल्स माल के सभागार में लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों के साथ सुना और कार्यक्रम के बाद उन्हें संबोधित भी किया।

उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की मन की बात देश के जन-जन की बात है। यह एक सामाजिक आंदोलन और जनक्रांति बन गई है। प्रधानमंत्री की मन की बात से बेहतर कार्य करने वाले अलग-अलग लोगों को समाज के सामने लाने का मौका मिला है। स्वच्छता आंदोलन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जल-संरक्षण जैसे समाज-सुधार के साधनों और वोकल फॉर लोकल जैसी गतिविधियों को मन की बात से प्रोत्साहन मिला है। लोग अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण भी प्रधानमंत्री मोदी के सामने इस माध्यम से कर पाते हैं। देश में मन की बात ने सामाजिक क्रांति का शंखनाद किया है।

कटनी जिले के सभी बूथों पर मन की बात कार्यक्रम को पार्टी नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ सुना। कटनी जेल में बंदियों ने प्रधानमंत्री की मन की बात स्वप्रेरणा से मौजूद जेल स्टाफ के साथ सुनीं। बंदियों ने प्रधानमंत्री मोदी के विचारों को सुनते हुए बुराई का रास्ता त्यागकर समाज की मुख्यधारा में वापसी का संकल्प भी लिया, साथ ही अपराध से दूर रहने का वचन भी दिया।

--आईएएनएस

एसएनपी/एसजीके