मप्र में समाज के कल्याण के लिए पंच क्रांति : शिवराज

भोपाल, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित अंबेडकर महाकुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विकास और समाज के सभी वर्गो के कल्याण के लिए पंच क्रांति का जिक्र किया।
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भोपाल, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित अंबेडकर महाकुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के विकास और समाज के सभी वर्गो के कल्याण के लिए पंच क्रांति का जिक्र किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा, इस सुअवसर पर हम प्रदेश के विकास और समाज के सभी वर्गो के कल्याण के लिए पंच क्रांति की बात करने आए हैं। पंच क्रांति में शिक्षा की क्रांति, रोजगार की क्रांति, आवास यानी रहने के लिए जमीन की क्रांति एवं सभी वर्गो के सम्मान की क्रांति शामिल है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षित रहोगे तो आगे बढ़ोगे। इसी भाव के साथ प्रदेश सरकार ने शिक्षा की क्रांति के तहत श्रमोदय विद्यालय और ज्ञानोदय जैसे विद्यालय खोले हैं। छात्रावासों की स्थापना की है। साथ ही यदि किसी बच्चे को छात्रावास उपलब्ध नहीं हो पाता तो कमरे का किराया भी सरकार भर रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पाठ्यक्रमों और विदेश में पढ़ाई की फीस भी सरकार भर रही है। प्रदेश में अब हिंदी में भी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की गई है। कायाकल्प अभियान में छात्रावासों की व्यवस्था बेहतर की जा रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में दूसरी क्रांति रोजगार की क्रांति के रूप में चल रही है। प्रदेश में एक लाख 24 हजार पदों पर शासकीय भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को संत रविदास स्व-रोजगार योजना में एक लाख से 50 लाख एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना में 10 हजार से एक लाख रुपये तक का ऋण-अनुदान उपलब्ध करा रही है। पढ़े-लिखे बच्चों को अलग-अलग औद्योगिक सेक्टर का काम सिखाने के साथ-साथ हर बच्चे को आठ हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय भी दे रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में तीसरी क्रांति आवास यानी रहने के लिए जमीन की क्रांति है। गरीब व्यक्ति के रहने के लिए भूमि और आवास की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री आवासीय भू अधिकार योजना में सरकार द्वारा हर गरीब परिवार को रहने के लिए भूखंड का पट्टा दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहनों का सशक्तिकरण चौथी क्रांति है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, संबल योजना, पंचायत निर्वाचन में महिलाओं को आरक्षण, शिक्षकों और पुलिस की भर्ती में आरक्षण, रजिस्ट्री स्टांप शुल्क में छूट और अब लाड़ली बहना योजना से बहनों की जिंदगी में व्यापक बदलाव आया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पांचवीं क्रांति सबके सम्मान की क्रांति है। प्रदेश में समाज के हर वर्ग के सम्मान और प्रगति के लिए सामाजिक क्रांति चल रही है। उन्होंने घोषणा की कि समाज के सभी वर्गो के कल्याण के लिए समस्त पिछड़ी उप जातियों के बोर्ड बनाए जाएंगे। हर बोर्ड में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य नियुक्त होंगे, जो अपने-अपने समाज की समस्याओं का पता लगाकर बताएंगे।

केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार आज भी प्रासंगिक हैं और सदियों तक बने रहेंगे। बाबा साहेब ने भारत को संविधान दिया है।

केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान की बदौलत ही एक ओर भारत आर्थिक शक्ति के रूप में और दूसरी ओर आध्यात्मिक शक्ति के रूप में उभर रहा है।

सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब ने संविधान के जरिए देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया। संविधान के इसी भाव के साथ प्रधानमंत्री मोदी सबका साथ-सबका विकास की अवधारणा पर काम कर देश की तरक्की के लिए काम में जुटे हैं।

--आईएएनएस

एसएनपी/एसजीके