भारतीय और कोरियाई तट रक्षक के बीच दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक

नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। समुद्री खोज, बचाव व समुद्री प्रदूषण रोकने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भारत और कोरिया एक दूसरे के मददगार है। दोनों देश समुद्र से जुड़े इन विभिन्न विषयों पर साथ मिलकर कार्य और चर्चा को भी आगे बढ़ाते आ रहे हैं। ऐसे ही कई विषयों पर भारत और कोरिया के तट रक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है।
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नई दिल्ली, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। समुद्री खोज, बचाव व समुद्री प्रदूषण रोकने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भारत और कोरिया एक दूसरे के मददगार है। दोनों देश समुद्र से जुड़े इन विभिन्न विषयों पर साथ मिलकर कार्य और चर्चा को भी आगे बढ़ाते आ रहे हैं। ऐसे ही कई विषयों पर भारत और कोरिया के तट रक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है।

भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय तट रक्षक और कोरियाई तट रक्षक के बीच 11वीं उच्च स्तरीय बैठक (एचएलएम) मंगलवार 25 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित की गई।

कोरियाई तट रक्षक (केसीजी) बल के कमिश्नर जनरल किम जोंग वूक के नेतृत्व में कोरियाई तट रक्षक के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय तटरक्षक बल के कार्यवाहक महानिदेशक अपर महानिदेशक राकेश पाल की अध्यक्षता में भारतीय तटरक्षक बल के दल के साथ बैठक की।

भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, दोनों पक्षों ने सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करने, संयुक्त अभ्यास आयोजित करने तथा प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन के प्रावधानों के अनुसार मौजूदा संबंधों को और सशक्त करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।

वर्ष 2006 में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) के प्रावधानों के तहत दोनों तट रक्षकों के बीच उच्चस्तरीय बैठक (एचएलएम) आयोजित की जा रही है। उच्चस्तरीय बैठक समुद्री खोज व बचाव (एम-एसएआर), समुद्री प्रदूषण पर कार्रवाई (एमपीआर) तथा समुद्री कानून प्रवर्तन (एमएलई) के क्षेत्रों में परिचालन स्तर पर विचार-विमर्श एवं क्षमता निर्माण को विस्तार देने पर केंद्रित है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके