केंद्रीय गृह मंत्री शनिवार को बिहार आएंगे, नीतीश, तेजस्वी सीमांचल में रैली को करेंगे संबोधित

पटना, 24 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में जारी अंदरूनी कलह के बीच शनिवार को सियासी गर्मी और बढ़ने वाली है।
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पटना, 24 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में जारी अंदरूनी कलह के बीच शनिवार को सियासी गर्मी और बढ़ने वाली है।

भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दो स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों को संबोधित करेंगे जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव महागठबंधन की रैली को सीमांचल के पूर्णिया संबोधित करेंगे।

भाजपा के सांसद विवेक ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री बिहार दौरे की शुरूआत वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र से होगी जहां उनका कार्यक्रम एक सभा को संबोधित करने का है।

अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की नजर उन सभी सीटों पर है जहां फिलहाल जदयू के सांसद हैं। पिछला लोकसभा चुनाव भाजपा और जदयू मिलकर लड़ी थी।

शाह दोपहर को लौरिया में जनसभा को संबोधित करेंगे और उसके बाद वे पटना पहुंचेंगे जहां वे स्वतंत्रता सेनानी स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर आयोजित किसान मजदूर समागम को संबोधित करेंगे ।

शनिवार को ही सीमांचल के पूर्णिया में बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन की रैली है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव हिस्सा लेंगे। इसमें महगठबंधन में सहयोगी घटक दल कांग्रेस और वाम दल के नेता भी शामिल होंगे।

गृह मंत्री शनिवार की शाम तख्त हरमंदिर पटना साहिब जाने और वहां अरदास करने का भी कार्यक्रम है।

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने दावा किया है कि कल पूर्णियां के रंगभूमि मैदान में होने वाली महागठबंधन की रैली ऐतिहासिक होगी और अबतक पूर्णियां में हुए सारे रैलियों का रिकॉर्ड टूटेगा।

उन्होंने बताया कि रैली को अभूतपूर्व और ऐतिहासिक बनाने की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। सूदूर गांवों से बड़ी संख्या में लोग रैली में आने की तैयारी कर चुके हैं।

राजद प्रवक्ता ने बताया कि इस रैली के माध्यम से देश को भाजपा मुक्त भारत बनाने का उदघोष किया जाएगा। नफरत और घृणा की राजनीति से देश को मुक्ति दिलाने के साथ हीं भारतीय संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने वाली शक्तियों से देश को बचाने का संकल्प लिया जाएगा।

इधर, भारतीय जनता पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि भाजपा संगठनात्मक शक्ति और वैचारिक प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है और केंद्रीय गृह मंत्री की बिहार यात्रा उसी की पुष्टि है जबकि महागठबंधन ने मुस्लिम तुष्टिकरण का कार्ड खेलने के लिए सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सीमांचल इलाके को चुना है।

उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन पूर्णिया की अपनी रैली को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन एवं शिक्षण संस्थानों पर दबाव डालकर परीक्षाएं तक स्थगित करवा रही है।

बिहार सरकार ने अपने सरकार में शामिल गठबंधन दलों की रैली को सफल बनाने के लिए शिक्षण संस्थानों तक को स्वागत में और भीड़ जुटाने में लगा दिया है।

--आईएएनएस

एमएनपी/एएनएम