कविता-यह देश है मेरी जान

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
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कविता-यह देश है मेरी जान

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत जवाहर नवोदय विद्यालय रूद्रपुर की छात्रा गुरवानी सिंह की शानदार कविता पढ़िए-

यह देश है मेरी जान
जिसे कहते हैं हिन्दुस्तान ।
माथे पर हिमालय, चरणों में सागर की धारा।
1947 में आज़ाद हुआ देश हमारा ।
कई लोगों ने देश के लिए जान भी दी थी
क्योंकि बात हमारे देश के अभिमान की थी
इस देश के लिए सरहद पर सैनिक रहते हैं
इसके खातिर वह लोग सीने पर गोली सहते हैं
यह देश है मेरी जान
जिसे कहते हैं हिन्दुस्तान