दिल्ली – जल्द मिल सकती है दो जनशताब्दी ट्रेनें , इन जिलों में दौड़ेंगी ट्रेनें

दिल्ली – उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता एवं मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से राज्य के लिए आवश्यक दो जनशताब्दी ट्रेनों की मांग की है। बलूनी ने कोटद्वार से दिल्ली और टनकपुर से दिल्ली दो जनशताब्दी सुविधा युक्त यात्री ट्रेनों की मांग करके
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दिल्ली – जल्द मिल सकती है दो जनशताब्दी ट्रेनें , इन जिलों में दौड़ेंगी ट्रेनें

दिल्ली – उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता एवं मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से राज्य के लिए आवश्यक दो जनशताब्दी ट्रेनों की मांग की है।  बलूनी ने कोटद्वार से दिल्ली और टनकपुर से दिल्ली दो जनशताब्दी सुविधा युक्त यात्री ट्रेनों की मांग करके रेल मंत्री से आग्रह किया है कि इन मार्गों के यात्रियों की बहुत पुरानी मांग है। इन दो ट्रेनों के संचालन से यहां के स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के लिए दिल्ली यात्रा अत्यधिक सुगम हो जाएगी।
सांसद बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल में उत्तराखंड में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं। केंद्रीय योजनाओं का राज्य को भरपूर लाभ मिला है। उत्तराखंड विकास की दृष्टि में सर्वांगीण रूप में प्रगति कर रहा है। राज्य सरकार द्वारा उन योजनाओं को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है और केंद्रीय योजनाओं का लाभ राज्य के अंतिम व्यक्ति तक प्रदान करने हेतु प्रयास जारी है।

सांसद बलूनी ने केंद्रीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में जितना रेल सुविधाओं का लाभ उत्तराखंड को मिला है, इतने कार्य उत्तराखंड में पूर्व में कभी नहीं हुये। काठगोदाम से देहरादून चलने वाली नैनी-दून जनशताब्दी ट्रेन, ऋषिकेश -कर्णप्रयाग रेल मार्ग के निर्माण में समय बद्ध और प्राथमिकता के साथ युद्ध गति से कार्य का होना और नए रेल मार्गों के सर्वे द्वारा भविष्य की योजनाओं के खाका खींचने में रेल मंत्रालय द्वारा तेजी दिखाना राज्य के भविष्य और पर्यटन में चार चांद लगायेगा। इस उदारता और संवेदनशीलता के लिए वह पीयूष गोयल का आभार प्रकट करते हैं।

बलूनी ने कहा कि कोटद्वार और टनकपुर से भारी संख्या में लोग प्रतिदिन दिल्ली के लिए यात्रा करते हैं किंतु सीधी सुविधाजनक रेल की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इन दोनों रेलों के संचालन के बाद राज्य के प्रमुख रेल हेड से दिल्ली की यात्रा सुगम हो जायेगी।