दिल्ली- सांसद अनिल बलूनी उत्तराखंड की संस्कृति बचाने के लिए चलाएंगे अभियान, प्रवासियों को यह काम करने के लिये किया निवेदन

उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने जिला अधिकारी पौड़ी को पत्र लिखकर कोटद्वार की मतदाता सूची से उनका नाम उनके पैतृक ग्राम नकोट, कंडवालस्यूँ, विकासखंड कोट, पौड़ी गढ़वाल स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। बलूनी ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के कारण भारी संख्या में
 | 
दिल्ली- सांसद अनिल बलूनी उत्तराखंड की संस्कृति बचाने के लिए चलाएंगे अभियान, प्रवासियों को यह काम करने के लिये किया निवेदन

उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने जिला अधिकारी पौड़ी को पत्र लिखकर कोटद्वार की मतदाता सूची से उनका नाम उनके पैतृक ग्राम नकोट, कंडवालस्यूँ, विकासखंड कोट, पौड़ी गढ़वाल स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। बलूनी ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के कारण भारी संख्या में उत्तराखंड से पलायन हुआ है। धीरे-धीरे गांव से प्रवासियों के संबंध खत्म हुए है, जिस कारण राज्य की संस्कृति रीति-रिवाज, बोली-भाषा भी प्रभावित हुई है जिसका संरक्षण आवश्यक है।

दिल्ली- सांसद अनिल बलूनी उत्तराखंड की संस्कृति बचाने के लिए चलाएंगे अभियान, प्रवासियों को यह काम करने के लिये किया निवेदन

पलायन पर कार्य करने वाली संस्थाओं से जुड़ चलाएंगे अभियान

राज्यसभा सांसद बलूनी ने कहा कि उन्होंने स्वयं अनुभव किया कि पलायन द्वारा शिक्षा, रोजगार तो प्राप्त कर सकते है, किंतु अपनी जड़ों से जुड़े रहने की कोशिश प्रत्येक प्रवासियों करनी चाहिए ताकि हमारी भाषा और संस्कृति रीति रिवाज त्योहार संरक्षित रह सकें। सांसद बलूनी ने कहा कि गांव से जुडक़र ही व्यवहारिक रूप से हम परिस्थितियों को समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पलायन पर कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों से जुडक़र वे इस अभियान को आगे बढाएंगे।

सांसद बलूनी ने कहा कि उन्होंने निर्जन बौरगांव को गोद लेकर अनुभव किया कि बहुत समृद्ध विरासत की हम लोगों ने उपेक्षा की है। हमने पलायन को विकास का पर्याय मान लिया है। अगर हर प्रवासी अपने गांव के विकास की चिंता करें और गांव तथा सरकार के बीच सेतु का कार्य करें तो निसंदेह हम अपनी देवभूमि को भी सवार पाएंगे और अपनी भाषा, संस्कृति और रीति-रिवाजों को सहेज पाएंगे।