देहरादून- सरकार के इस फैसले से टूरिज्म सेक्टर को ऐसे लगेंगे पंख, विकसित होंगे रोजगार के नये रास्ते

उत्तराखंड सरकार प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए लगातार नये प्रयास कर रही है। वही अब उद्यान विभाग राजकीय उद्यानों को सरकार निजी हाथों में सौंपने जा रही है। बता दें कि उद्यान विभाग के अंतर्गत प्रदेश में वर्तमान में 93 राजकीय उद्यान हैं। इनकी खराब हालत को देखते हुए सरकार ने इनकी
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देहरादून- सरकार के इस फैसले से टूरिज्म सेक्टर को ऐसे लगेंगे पंख, विकसित होंगे रोजगार के नये रास्ते

उत्तराखंड सरकार प्रदेश में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए लगातार नये प्रयास कर रही है। वही अब उद्यान विभाग राजकीय उद्यानों को सरकार निजी हाथों में सौंपने जा रही है। बता दें कि उद्यान विभाग के अंतर्गत प्रदेश में वर्तमान में 93 राजकीय उद्यान हैं। इनकी खराब हालत को देखते हुए सरकार ने इनकी दशा संवारने के साथ ही इन्हें हॉर्टी टूरिज्म के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई है। हॉर्टी टूरिज्म के तहत उद्यानों में आने वाले सैलानी जहां बागवानी को करीब से देखे सकेंगे, वहीं उनके लिए वहां ठहरने की व्यवस्था भी होगी। इसी के दृष्टिगत सरकार ने पहली मर्तबा सभी राजकीय उद्यानों का वर्गीकरण कर दिया है। इसकी तीन श्रेणियां बनाई गई हैं।

देहरादून- सरकार के इस फैसले से टूरिज्म सेक्टर को ऐसे लगेंगे पंख, विकसित होंगे रोजगार के नये रास्ते

तीन श्रेणी में किया उद्यानों का वर्गीकरण

राजकीय उद्यानों का ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ श्रेणी में वर्गीकरण किया गया है। ‘ए’ श्रेणी के 30 उद्यान विभागीय प्रबंधन में रहेंगे, जबकि ‘बी’ और ‘सी’ श्रेणी के राजकीय उद्यान राज्य के निवासियों को निविदा के जरिये लीज पर आवंटित किए जाएंगे। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के मुताबिक इस संबंध में खाका तैयार हो गया है और जल्द निर्णय ले लिया जाएगा।

देहरादून- सरकार के इस फैसले से टूरिज्म सेक्टर को ऐसे लगेंगे पंख, विकसित होंगे रोजगार के नये रास्ते

उनकी माने तो इस पहल से राजकीय उद्यानों को हॉर्टी टूरिज्म के तौर पर विकसित करने की राह साफ होगी, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। इसमें हर्बल, एरोमैटिक, चाय समेत अन्य सेक्टरों को तवज्जो दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उद्यानों के विकसित होने पर इनमें हॉर्टी टूरिज्म भी शुरू किया जाएगा। इससे सूबे की आर्थिकी भी संवरेगी।