देहरादून-ऐसे उत्तराखंड में शरण लेकर रह रहा था 90 के दशक का कुख्यात अपराधी, चार हत्याओं सहित 29 मुकदमें दर्ज है इसके नाम

देहरादून-अपराधी कितनी भी चतुराई क्यों न दिखा ले एक न एक दिन पकड़ में आ ही जाता है। ऐसे ही एक मामला राजधानी देहरादून में देखने को मिला। वर्ष1990 में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला कौशल चौबे 2004 में लोनिवि के टेंडर विवाद में चार लोगों की हत्या के बाद से फरार चल
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देहरादून-ऐसे उत्तराखंड में शरण लेकर रह रहा था 90 के दशक का कुख्यात अपराधी, चार हत्याओं सहित 29 मुकदमें दर्ज है इसके नाम

देहरादून-अपराधी कितनी भी चतुराई क्यों न दिखा ले एक न एक दिन पकड़ में आ ही जाता है। ऐसे ही एक मामला राजधानी देहरादून में देखने को मिला। वर्ष1990 में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला कौशल चौबे 2004 में लोनिवि के टेंडर विवाद में चार लोगों की हत्या के बाद से फरार चल रहा था। करीब15 सालों से वह उत्तराखंड और हिमाचल में ठिकाने बदल कर रह रहा था। उत्तर प्रदेश का यह ईनामी कुख्यात कौशल चौबे एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया है। कुख्यात पर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हत्या, बलवा, गैंगस्टर, धोखाधड़ी आदि के 29 मुकदमे दर्ज हैं। एसटीएफ ने उसकेकब्जे से एक-40 ग्लॉक पिस्टल, चार मैगजीन, 57 जिंदा कारतूस व एक फोल्डिंग बट बरामद किया है। उसे थाना नेहरू कॉलोनी में आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।

देहरादून-ऐसे उत्तराखंड में शरण लेकर रह रहा था 90 के दशक का कुख्यात अपराधी, चार हत्याओं सहित 29 मुकदमें दर्ज है इसके नाम

अकाउंटेंट से बना कुख्यात अपराधी

पुलिस ने बताया कि कुख्यात अपराधी कौशल कुमार चौबे 1990 तक उत्तर प्रदेश के बलिया ट्रेजरी के हेड ऑफिस में अकाउंटेंट के पद पर कार्य करता था। इसी बीच उसके परिवार के लोगों का ग्राम प्रधान बनने को लेकर गांव में झगड़ा हो गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। इस दौरान दूसरे पक्ष ने उसके पिता को गोली मारी दी, गोलीकांड के बीच वह बच गया। यहीं से कौशल कुमार ने अपराध की दुनिया में पहला कदम रखा। 2004 में लोनिवि के टेंडर विवाद में चार लोगों की हत्या के बाद वह फरार हो गया। इस दौरान वह शिमला, मसूरी व रायवाला रह रहा था। उसने शिमला में 2-3 साल रह कर ठेकेदारी का काम किया। इसके बाद वह भट्टा गांव मसूरी, नरेंद्रनगर, नेपाली तिराहा देहरादून और फरवरी 2019 से हरिपुरकलां देहरादून में अपनी पत्नी के साथ अपने फ्लैट मे रह रहा था।

बिजली, पानी और बैंक अकाउंट से मिली अहम जानकारी

पुलिस को सूचना मिली कि उत्तर प्रदेश के कुछ शातिर व ईनामी अपराधी उत्तराखंड में शरण लेकर रह रहे हैं। जिसके बाद एसटीएम की एक टीम का गठन किया गया। टीम ने उत्तर प्रदेश के कुछ शातिर व ईनामी अपराधियों को चिह्नित किया। एक महीने से एसटीएफ ने ऐसे अपराधियों व उनके परिजनों के हरिद्वार, देहरादून और ऋषिकेश के कई बैंकों के बैंक अकाउंट, केबल कनेक्शनों, पानी व बिजली के कनेक्शनों और जमीन संबंधित संपत्तियों की रजिस्ट्रियां खंगाली। जिसमें ये कन्फर्म हो गया कि यूपी का एक कुख्यात ईनामी अपराधी कौशल कुमार चौबे पुत्र स्व. कमल नाथ चौबे निवासी चैन छपरा थाना हल्दी जनपद बलिया उत्तर प्रदेश देहरादून में मौजूद है। गुरुवार रात को एसटीएफ ने थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के हरिद्वार बाईपास रोड पर रिस्पना समीप स्थित होटल से गिरफ्तार कर लिया।