देहरादून- उत्तराखंड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ, अब ऐसे मिलेगा स्वरोजगार के लिए लोन

देहरादून- आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस योजना की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाई जाय ताकि युवा इस योजना का लाभ उठा सकें। इसके अलावा जन प्रतिनिधियों एवं जिलास्तरीय अधिकारियों के माध्यम से योजना का व्यापक
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देहरादून- उत्तराखंड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ, अब ऐसे मिलेगा स्वरोजगार के लिए लोन

देहरादून- आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस योजना की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाई जाय ताकि युवा इस योजना का लाभ उठा सकें। इसके अलावा जन प्रतिनिधियों एवं जिलास्तरीय अधिकारियों के माध्यम से योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। इस योजना के लिएं लाभार्थियों को लोन लेने में कोई समस्या न हो इसके लिए जिलाधिकारी, बैंकर्स से समन्वय करें।

देहरादून- उत्तराखंड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ, अब ऐसे मिलेगा स्वरोजगार के लिए लोन

युवाओं को मिलेगा स्वरोजगार का अवसर

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, राज्य के उद्यमशील युवाओं और कोविड-19 के कारण उत्तराखण्ड वापस लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इससे कुशल और अकुशल दस्तकार, हस्तशिल्पि और बेरोजगार युवा खुद के व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित होंगे। साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंकों, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों और सहकारी बैंकों के माध्यम से ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य सरकार द्वारा रिवर्स पलायन के लिए किए जा रहे प्रयासों में योजना महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।

मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में एमएसएमई विभाग द्वारा योजना के अन्तर्गत मार्जिन मनी की धनराशि अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जायेगी। विनिर्माण क्षेत्र में परियोजना की 25 लाख रूपये और सेवा व व्यवसाय क्षेत्र के लिए 10 लाख रूपये होगी। एमएसएमई नीति के अनुसार वर्गीकृत श्रेणी ए में मार्जिन मनी की अधिकतम सीमा कुल परियोजना लागत का 25 प्रतिशत, श्रेणी बी व बी़ में 20 प्रतिशत तथा सी व डी श्रेणी में कुल परियोजना लागत का 15 प्रतिशत तक मार्जिन मनी के रूप में देय होगी। उद्यम के दो वर्ष तक सफल संचालन के बाद मार्जिन मनी, अनुदान के रूप में समायोजित की जायेगी। योजना के अन्तर्गत सामान्य श्रेण्ी के लाभार्थियों द्वारा परियोजना लागत का 10 प्रतिशत जबकि विशेष श्रेणी के लाभार्थियों को कुल परियोजना लागत का 05 प्रतिशत स्वयं के अंशदान के रूप में जमा करना होगा।

आइये जानते है इस योजना की पात्रता-

1-इस योजना में आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
2-शैक्षिक योग्यता की बाध्यता नहीं है।
3-योजना के अन्तर्गत उद्योग, सेवा एवं व्यवसाय क्षेत्र में वित्त पोषण सुविधा उपलब्ध होगी।
4-आवेदक अथवा उसके परिवार के सदस्य को योजना के तहत केवल एक बार लाभान्वित किया जायेगा।
5-लाभार्थियों का चयन अधिक आवेदन प्राप्त होने पर प्रोजेक्ट वायबिलिटी को देखते हुए पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जायेगा।

ऐसे करें आवेदन-

आवेदक, महाप्रबंधक एवं जिला उद्योग केन्द्रों में ऑनलाईन एवं मैनुअल आवेदन कर सकते हैं। योजना के क्रियान्वयन के लिए एमएसएमई विभाग के नियंत्रणाधीन उद्योग निदेशालय, उत्तराखण्ड नोडल विभाग होगा। योजना का क्रियान्वयन जिला स्तर पर जिला उद्योग केन्द्र द्वारा किया जायेगा।