देहरादून- कोरोना काल में त्रिवेंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं में किया अभूतपूर्व इजाफा, देखें ताजा आकड़े

15 मार्च को राजधानी देहरादून में जब कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया तो सूबे में सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं थी। लेकिन जैसे-जैसे कोरोना का दौर आगे बढ़ा तो दृढ़ इच्छाशक्ति वाली त्रिवेंद्र सरकार इससे घबराई नहीं, बल्कि अडिग इरादों के साथ सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती की दिशा में कदम आगे
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देहरादून- कोरोना काल में त्रिवेंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं में किया अभूतपूर्व इजाफा, देखें ताजा आकड़े

15 मार्च को राजधानी देहरादून में जब कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आया तो सूबे में सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं थी। लेकिन जैसे-जैसे कोरोना का दौर आगे बढ़ा तो दृढ़ इच्छाशक्ति वाली त्रिवेंद्र सरकार इससे घबराई नहीं, बल्कि अडिग इरादों के साथ सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती की दिशा में कदम आगे बढ़ाने प्रारंभ किए। नतीजा, आज राज्य का स्वास्थ्य विभाग किसी भी तरह की विपरीत स्थितियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

खुद सीएम त्रिवेन्द्र के पास है जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग की भी जिम्मेदारी है। ऐसे में कोरोना काल में उन पर जिम्मेदारियों का बोझ स्वतः ही बढ़ गया, लेकिन मुख्यमंत्री इन चुनौतियों के आगे डिगे नहीं। बल्कि अपनी कार्य कुशलता के जरिए वह न केवल राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के इजाफे के लिए कार्य करते रहे, बल्कि नियमित रूप से

विभागीय अधिकारियों के साथ बैठकें कर हालात पर पल-पल की नजर बनाए रहे। आज भले कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा 89 हजार को पार कर गया हो लेकिन इस लिहाज से सुविधाओं में अब भारी इजाफा हुआ है। आंकड़ों के आईने में देखें तो पता चलेगा कि जो राज्य मार्च 2020 में इस बीमारी की आमद के समय स्वास्थ्य सुविधाओं के मामलों में पिछड़ा हुआ था वहां स्वास्थ्य सुविधाओं में अब बड़ा अंतर आया है।

710 वेंटिलेटर किए स्थापित

मार्च 2020 में जहां राज्य भर में कुल आईसोलेशन बेड्स की संख्या 1200 ही थी तो वह कई गुना बढ़कर 31505 तक पहुंच गई। जब कोरोना आया तो केवल हल्द्वानी की लैब में ही इसकी जांच की सुविधा थी, लेकिन समय बढ़ने के साथ आज राज्य की 13 सरकारी जबकि 15 प्राइवेट लैबों में कोरोना संक्रमण की जांच का कार्य किया जा रहा है। इतना ही नहीं, अस्पतालों में वैंटिलेटर की संख्या में अभूतपूर्व इजाफा किया गया है। दिसंबर 2020 में राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कुल 710 वेंटिलेटर स्थापित किए जा चुके हैं जबकि मार्च में इनकी संख्या महज 116 थी। इसी तरह आईसीयू बेड से लेकर ऑक्सीजन सपोर्ट बेडों की संख्या आज कई गुना बढ़ चुकी है।

मार्च 2020 से नवंबर 2020 तक तुलनात्मक विवरण

मार्च 2020                      दिसंबर 2020

-आईसोलेशन बेड                1200                           31,505

-आॅक्सीजन सपोर्ट बेड           673                              3535

-आईसीयू                           216                               836

-वेंटिलेटर                           116                                710

-सैंपल टेस्टिंग सरकारी लैब        1                                   13

-सैंपल टेस्टिंग प्राइवेट लैब          0                                   15

-ऑक्सिजन सिलिंडर             1193                                9917

-एम्बुलेंस                            214                                 364

-ट्रू नेट                                 0                                  61

इस तरह दर्शायी दृढ़ इच्छाशक्ति

कोविड संक्रमण से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 11 कोविड अस्पताल, 27 कोविड हेल्थ सेंटर व 422 कोविड केयर सेंटरों का निर्माण किया है।