देहरादून- राज्य में ऊर्जा उत्पादन को लेकर ये है त्रिवेन्द्र सरकार का प्लान, फार्मिंग के लिए शुरू किया ये कॉन्सेप्ट

राज्य में ऊर्जा उत्पादन को लेकर उत्तराखंड सरकार लगातार काम कर रही हैं। सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए भी लोगों को ऊर्जा के क्षेत्र में कारोबार स्थापित करने का मौका दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 200 किलोवाट क्षमता के सोलर ऊर्जा प्लांट का लोकापर्ण किया है। इसे उत्तरकाशी के
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देहरादून- राज्य में ऊर्जा उत्पादन को लेकर ये है त्रिवेन्द्र सरकार का प्लान, फार्मिंग के लिए शुरू किया ये कॉन्सेप्ट

राज्य में ऊर्जा उत्पादन को लेकर उत्तराखंड सरकार लगातार काम कर रही हैं। सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए भी लोगों को ऊर्जा के क्षेत्र में कारोबार स्थापित करने का मौका दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 200 किलोवाट क्षमता के सोलर ऊर्जा प्लांट का लोकापर्ण किया है। इसे उत्तरकाशी के रहने वाले आमोद पंवार ने अपने गांव इंद्रा टिपरी में स्थापित किया है। इस प्लांट से सालाना 3 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा।

जिसको अगले 25 सालों तक उत्तराखंड विद्युत विभाग खरीदेगा। बता दें कि राज्य में अबतक 52 मेगावाट से भी अधिक क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किए जा चुके है। सीएम त्रिवेन्द्र की माने तो स्वरोजगार की दिशा में प्रदेश के अधिक से अधिक लोग अपने पैर जमा रहे है। उन्होंने इस दौरान सभी जिलाधिकारियों को जिला योजना धनराशि से 40 प्रतिशत धनराशि पशुपालन, कृषि, मछली, मौन पालन आदि स्वरोजगार योजनाओं में खर्च करने के भी निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में विकास के लिए सरकार निरंतर स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, दूरसंचार, बिजली, पानी की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। अधिकांश क्षेत्रों को सड़क मार्ग से जोड़ा गया है व कईयो में कार्य जारी है। सीएम की माने तो अब प्रदेश के लोगो को छोटी–छोटी नौकरियों के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है, आप उत्तराखंड में रहकर स्वरोजगार के संसाधन पैदा कर सकते हैं, इतना ही अपने साथ के लोगों को रोजगार भी दे सकते हैं। सीएन ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने सोलर फार्मिंग का कॉन्सेप्ट शुरु किया है। जिसमें 206 मेगावाट की क्षमता की बिजली का उत्पादन हो रहा है। स्वरोजगार के लिए फार्मिंग कांसेप्ट की लागत 1 हजार करोड़ रखी गई है।