देहरादून- उत्तराखंड के पहले राजनीतिक संगठन के ये थे संस्थापक, किये है कई बड़े कार्य

हरगोविंद पंत एक स्वतंत्रता सेनानी और कुमाऊं परिषद राजनीतिक समूह के संस्थापक थे। वह भारत की संविधान सभा के सदस्य थे, जहां उन्होंने संयुक्त प्रांत के पहाड़ी जिलों के हितों का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें 4 जनवरी 1951 को संयुक्त प्रांत विधान सभा का उपाध्यक्ष भी चुना गया। हरगोविंद पंत का जन्म 19 मई 1885
 | 
देहरादून- उत्तराखंड के पहले राजनीतिक संगठन के ये थे संस्थापक, किये है कई बड़े कार्य

हरगोविंद पंत एक स्वतंत्रता सेनानी और कुमाऊं परिषद राजनीतिक समूह के संस्थापक थे। वह भारत की संविधान सभा के सदस्य थे, जहां उन्होंने संयुक्त प्रांत के पहाड़ी जिलों के हितों का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें 4 जनवरी 1951 को संयुक्त प्रांत विधान सभा का उपाध्यक्ष भी चुना गया। हरगोविंद पंत का जन्म 19 मई 1885 को अल्मोड़ा जिले में हुआ। 1905 में उन्होंने वहा के गवर्नमेंट कॉलेज से प्रथम श्रेणी में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की और वर्ष 1909 में स्कूल ऑफ लॉ, इलाहाबाद से एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की।

बद्रीनाथ मंदिर कमेटी के रहे अध्यक्ष

जिसके बाद साल 1910 में उन्होंने रानीखेत में अपना कानून का अभ्यास शुरू किया। हरगोविंद पंत ने स्थानीय पत्रों को राष्ट्रवादी विचारों के साथ शुरू करने के लिए बहुत योगदान दिया, ताकि जनता को शिक्षित किया जा सके और देश में राजनीतिक जागृति के बारे में जानकारी दी जा सके। उत्तराखंड में पहला राजनीतिक संगठन कुमाऊं परिषद हरगोविंद पंत ने ही शुरू किया। 1950 से 1956 की अवधि में वे बद्रीनाथ मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। वर्ष 1957 में संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।