देहरादून- जहरीली शराब कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट में आत्मसमर्पण से पहले ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

Dehradun Poisonous Wine, देहरादून के पथरिया पीर मोहल्ले में जहरीली शराब पीने से तीन दिन पहले एक सेवानिवृत्त जवान समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद गुस्साएं क्षेत्रीय लोगो ने पुलिस और आबकारी विभाग पर मिलीभगत के आरोप लगाए थे। मामले में मुख्यमंत्री के किसी भी दोषी को न बख़्शने की बात
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देहरादून- जहरीली शराब कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट में आत्मसमर्पण से पहले ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

Dehradun Poisonous Wine, देहरादून के पथरिया पीर मोहल्ले में जहरीली शराब पीने से तीन दिन पहले एक सेवानिवृत्त जवान समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद गुस्साएं क्षेत्रीय लोगो ने पुलिस और आबकारी विभाग पर मिलीभगत के आरोप लगाए थे। मामले में मुख्यमंत्री के किसी भी दोषी को न बख़्शने की बात कही थी।

देहरादून- जहरीली शराब कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट में आत्मसमर्पण से पहले ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

वही मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद से पुलिस संजीदगी से सक्रिय हुई थी। जिसमें पहले शराब तस्कर गौरव को गिरफ्तार किया गया और फिर अजय सोनकर उर्फ़ घोंचू की तलाश शुरु कर दी थी। वही देहरादून पुलिस ने सोमवार शाम पूर्व बीजेपी नेता और पथरियापीर इलाक़े में अवैध शराब से मौत के मुख्य आरोपी अजय सोनकर उर्फ़ घोंचू को भी गिरफ़्तार कर लिया है।

देर रात किया खुलासा

सोमवार रात देहरादून के एसएसपी ने प्रेस कांफ़्रेंस कर घोंचू का पर्दाफाश किया। साथ ही बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस ने जांच शुरु कर दी थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया था कि गौरव और अजय सोनकर उर्फ घोंचू क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी करते हैं और जिस शराब से लोगों की मौत हुई वह भी इन्हीं दोनों ने बेची थी।

इसके आधार पर थाना कोतवाली नगर में दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकद्मा दर्ज कर लिया गया था। दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एसपी सिटी और एसपी देहात के नेतृत्व में टीमें गठित की गई थीं। गौरव को तो पुलिस ने 21 तारीख को ही गिरफ़्तार कर लिया था लेकिन घोंचू फ़रार था।

देहरादून- जहरीली शराब कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कोर्ट में आत्मसमर्पण से पहले ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे

आत्मसमर्पण की कोशिश

पुलिस की गतिविधियों के सम्बन्ध में वह अपने जीजा के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर रहा था। पुलिस के डर से उसने अपना मोबाइल व सिम बन्द कर रखा था। घोंचू ने यह भी बताया कि अपने जीजा के माध्यम से वह आत्मसमर्पण करने की फिराक में था। इतना ही नहीं उसने एक नया फ़ोन और सिम खरीदा था। उसे उम्मीद थी कि वह न्यायालय में आत्मसमर्पण कर लेगा लेकिन पुलिस ने उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि अजय सोनकर उर्फ़ घोंचू के ख़िलाफ़ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। ज़हरीली शराब कांड में नाम आने के बाद बीजेपी ने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया था। पुलिस ने बताया कि अजय सोनकर और गौरव के ख़िलाफ़ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जा रही है।