देहरादून- शहीद गजेंद्र सिंह बिष्ट को इसलिए भारत सरकार ने दिया ये खास सम्मान, ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
गजेंद्र सिंह बिष्ट एक एनएसजी कमांडो और हवालदार थे। जिनको वर्ष 2009 में भारत सरकार ने अशोक चक्र पुरस्कार से सम्मानित किया। उत्तराखंड के गणेशपुर में 1 सिंतबर 1972 को जन्मे, गजेंद्र सिंह ने अपने गांव के ही जनता इंटर कॉलेज से पढ़ाई की। मुक्केबाजी में उनकी विशेष रुचि थी। गजेंद्र सिंह बिष्ट राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के 51वें विशेष कार्य समूह के सदस्य थे।
ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो के दौरान हुए शहीद
उन्होंने छह बंधकों को पकड़ने वाले आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए ऑपरेशन में नरिमन हाउस की छत पर तेजी से हमला किया था। ऑपरेशन ब्लैक टोर्नेडो के दौरान नरिमन हाउस को हासिल करते हुए गजेंद्र सिंह यहूदी केंद्र पर हमला करते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बावजूद इसके, वह आगे बढ़ते गए और आखिरकार उनकी चोटों के कारण वह 28 नवम्बर 2008 को वीरगति को प्राप्त हो गए। गजेंद्र सिंह की बहादुरी और राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान को देश आज भी याद करता है।