देहरादून-अकेले राजभवन में धरना देने पहुंचे हरदा, फिर हुआ कुछ ऐसा बीच सडक़ पर धरने पर अड़े

देहरादून-मंगलवार को राजभवन में सांकेतिक धरने के लिए निकले पूर्व सीएम हरीश रावत को पुलिस ने बैरियर लगाकर रास्ते में ही रोक लिया। इससे नाराज हरीश रावत वहीं सडक़ पर धरने में बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं यहां से नहीं उठूंगा। या तो मैं 50 मीटर आगे पेड़ के पास धरने पर
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देहरादून-अकेले राजभवन में धरना देने पहुंचे हरदा, फिर हुआ कुछ ऐसा बीच सडक़ पर धरने पर अड़े

देहरादून-मंगलवार को राजभवन में सांकेतिक धरने के लिए निकले पूर्व सीएम हरीश रावत को पुलिस ने बैरियर लगाकर रास्ते में ही रोक लिया। इससे नाराज हरीश रावत वहीं सडक़ पर धरने में बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं यहां से नहीं उठूंगा। या तो मैं 50 मीटर आगे पेड़ के पास धरने पर बैठूंगा या फिर यहां से जेल जाऊंगा। जिसके बाद उन्हें राजभवन से 50 मीटर की दूरी पर बैठने की इजाजत मिल गई और हरीश रावत वहां धरने पर बैठ गए। इसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, कैप्टन बलबीर सिंह रावत, पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी और गरिमा दसौनी उनसे मिलने धरना स्थल पर पहुंचे।

देहरादून-अकेले राजभवन में धरना देने पहुंचे हरदा, फिर हुआ कुछ ऐसा बीच सडक़ पर धरने पर अड़े

गौरतलब है कि विगत दिवस पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ रहे दामों पर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ बैलगाड़ी की सवारी कर प्रदर्शन किया था। इस पर पुलिस ने हरदा समेत 44 लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जिसके विरोध में वह आज सुबह मुख्यमंत्री आवास के बाहर सांकेतिक धरना देने के लिए जा रहे थे। जहां पुलिस ने उन्हें रोक लिया। हरदा ने सरकार को चेतावनी दी कि या तो उन्हें यहां से सीएम आवास जाने दिया जाए अन्यथा वह यहीं पर अनशन शुरू कर देंगे। वह अपने समर्थकों के धरना पर बैठ गए।