देहरादून-पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में देवभूमि का एक और लाल शहीद, तीन बहनों का था एकलौता भाई

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क- पुलवामा हमले के बाद आज फिर पुलवामा में देवभूमि का एक और लाल शहीद हो गया। इससे पहले पुलवामा हमले में देवभूमि के दो लाल शहीद हुए थे इसके अगले दिन मेजर चित्रेश बिष्ट बॉर्डर पर शहीद हुए थे। आज चित्रेश की अंतिम यात्रा निकाली गई। वही देर रात से पुलवामा में
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देहरादून-पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में देवभूमि का एक और लाल शहीद, तीन बहनों का था एकलौता भाई

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क- पुलवामा हमले के बाद आज फिर पुलवामा में देवभूमि का एक और लाल शहीद हो गया। इससे पहले पुलवामा हमले में देवभूमि के दो लाल शहीद हुए थे इसके अगले दिन मेजर चित्रेश बिष्ट बॉर्डर पर शहीद हुए थे। आज चित्रेश की अंतिम यात्रा निकाली गई। वही देर रात से पुलवामा में चली आतंकियों और सेना के बीच जारी मुठभेड़ में देवभूमि का एक और लाल शहीद हो गया। आज सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में देहरादून के मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल समेत चार जवान शहीद हो गए। मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल का घर देहरादून के नेश्विवला रोड के 36 डंगवाल मार्ग में हैं। 31 वर्षीय मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल सेना के 55 राष्‍ट्रीय राइफल में तैनात थे। वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे।

देहरादून-पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में देवभूमि का एक और लाल शहीद, तीन बहनों का था एकलौता भाई

पिछले साल हुई थी शादी

गौरतलब है कि साल अप्रैल में उनकी शादी हुई थी। उनके पिता स्व. केएन ढौडियाल सीडीओ आफिस में थे। घर में अभी दादी व मां मौजूद। मेजर ढौंडियाल पौड़ी जिले के बैजरो ढौंड गांव के मूल निवासी हैं। वही जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमला करने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना और सुरक्षाबलों ने उस बिल्डिंग को ही उड़ा दिया है जिसमें ये आतंकी छिपे हुए थे। पिछले कई घटों से पुलवामा के पिंगलीना इलाके में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ जारी थी।