देहरादून- प्रदेश में कोरोना रोकने के लिए सीएम के कड़े कदम, अधिकारी ऐसे कर रहे काम

प्रदेश को कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कई बड़ेे कदम उठाये है। सीएम ने कहा कि कोरोना संकट में उम्मीद व सतर्कता वह किरण है, जो इस अंधेरे को मिटाने में कामयाब होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर राज्य के निवासियों से अपील की है कि पांच
 | 
देहरादून- प्रदेश में कोरोना रोकने के लिए सीएम के कड़े कदम, अधिकारी ऐसे कर रहे काम

प्रदेश को कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कई बड़ेे कदम उठाये है। सीएम ने कहा कि कोरोना संकट में उम्मीद व सतर्कता वह किरण है, जो इस अंधेरे को मिटाने में कामयाब होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर राज्य के निवासियों से अपील की है कि पांच अप्रैल की रात नौ बजे घरों की लाइट बंद कर बालकनी और दरवाजे पर खड़े होकर नौ मिनट तक दीया, लालटेन या मोमबत्ती रोशन करें अथवा मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर अपनी एकता का परिचय दें।

देहरादून- प्रदेश में कोरोना रोकने के लिए सीएम के कड़े कदम, अधिकारी ऐसे कर रहे काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कोरोना के खिलाफ एकजुट हैं। हम सब सैनिक बनकर कोरोना को देश से भगाएंगे। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ देशवासी एक साथ प्रकाश की लौ जलाएंगे तो यह कोरोना से लडऩे में सभी का मनोबल बढ़ाएगी। कोरोना से लडऩे के लिए आम जनमानस को इस समय सामूहिक सोच व सामूहिक संवेदनशीलता के सिद्धांतों को अपनाना होगा। इसके अलावा सीएम के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों कोरोना वायरस रोकने के लिए लगातार अलर्ट है। कोरोना वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं। बाहर की जमातों से जो लोग वापस लौटे हैं उनकी पहचान कर स्क्रीनिंग की जा रही है। कांटेक्ट ट्रेसिंग भी लगातार की जा रही है। सैंपलिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। ताकि वायरस से संक्रमित मरीज की पहचान जल्द हो सके।

देहरादून- प्रदेश में कोरोना रोकने के लिए सीएम के कड़े कदम, अधिकारी ऐसे कर रहे काम

बता दें कि अभी तक प्रदेश से अब तक कुल 882 सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं। इनमें से 724 मामलों में जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि 23 सैंपलों की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है। 136 मामलों में जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। कोरोना संक्रमित और संदिग्ध 138 मरीज चिकित्सकों की निगरानी में अस्पतालों में भर्ती हैं। जबकि 14989 लोगों को संस्थागत या होम क्वारंटाइन में रखा गया है। क्वारंटाइन के लिये नैनीताल जिले के होटलों से लेकर अस्पतालों और एचएमटी के खाली पड़े भवनों को भी अधिगृहित किया गया है। जिससे कोरोना वायरस से लडऩे में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।सीएम के निर्देशों पर प्रदेश के सभी अधिकारी अलर्ट है। सीएम कोरोना वायरस को लेकर कोई चूक नहीं करना चाहते है। पूरी प्लानिंग के साथ कोरोना से लडऩे की तैयारी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द सिंह रावत द्वारा की जा रही है।

यहाँ भी पढ़े

हल्द्वानी-दिल्ली पब्लिक स्कूल ने शुरू की ऑनलाइन क्लासेज, अभिभावक ऐसे रख रहे बच्चों पर नजर

हल्द्वानी- कालाढूंगी से आई बुरी खबर, कोरोना पॉजिटिव निकला यह शख्स, पढ़िए कहा से आए थे साहब