देहरादून – भ्रष्टाचारियों और षणयंत्रकारियों की प्लानिंग फ्लॉप शो: त्रिवेंद्र रावत

हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अब फ्रंटफुट पर उतर आए हैं। उन पर लगाये गये आरोपो के चलते विपक्ष एक बार फिर उलटे मुहं गिरा है। दरअसल मुख्यंमत्री पर लगे आरोपों के मामले में कुछ पहले हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच करने के आदेश दिये
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देहरादून – भ्रष्टाचारियों और षणयंत्रकारियों की प्लानिंग फ्लॉप शो: त्रिवेंद्र रावत

हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट से स्टे मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अब फ्रंटफुट पर उतर आए हैं। उन पर लगाये गये आरोपो के चलते विपक्ष एक बार फिर उलटे मुहं गिरा है। दरअसल मुख्यंमत्री पर लगे आरोपों के मामले में कुछ पहले हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच करने के आदेश दिये थे, लेकिन उस पर अब रोक लगने के कारण मुख्यमंत्री ने अपनी बात मीडिया के समक्ष रखते हुए कहा कि उनके कार्यकाल के बीते साढ़े तीन साल से उनके खिलाफ तमाम तरह के षड़़यंत्र रचे गये है।

लेकिन कभी भी भ्रष्टचारियों के मंसूबे सफल नही हुए है, ऐसे में वह अब सरकार को अस्थीर करने का प्रयास कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट की रोक के बाद प्रदेश का आम नागरिक भी राहत महसूस कर रहा है, लेकिन कई षंड़यंत्रकारी व माफिया उन्हें घेरना चाहते है, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिस नीति पर चल रहे है, वह उसमें पूरी तरह से अडिग है, उन्होने षंड़यंत्रकारियों को चेतावनी दी है, कि वही अपनी सभी गलतफहमी दूर कर लें।

क्योकि हमेशा से ही सत्य की ही जीत होती आई है, इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कांगेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर भी शानदार तंज कसते हुआ कहा कि वह पूर्व मुख्यंमत्री हरीश रावत से पूछेंगे कि कुछ समय पूर्व उनका स्टिन हुआ था, तब ये ब्लैकमेलर था, स्टिंगबाज था। लेकिन क्या आज उससे दोस्ती हो गई है। वह जल्द इस रहस्य को भी खोल देंगे।

वही इसी मामले में प्रदेश के भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चैहान से कहा कि सत्ता के गलियारो में दलालों की भी भरमार रहती थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने उनका सफाया कर दिया है। इसी का नतीजा है, कि तमाम लोगों द्वारा निराशा, हताशा, कुण्ठा में मुख्यमंत्री के खिलाफ तमाम तरह के षड़यंत्रों को अंजाम देने का प्रयास किया जा रहा है।