देहरादून- अब गूगल-पे और पे-टीएम के जरिए भुगत सकेंगे अपना चालान, उत्तराखंड पुलिस को मिली ये खास तकनीक

देहरादून- उत्तराखंड पुलिस ने राजधानी दून के सभी थानों में ई-चलान का शुभारंभ आज से कर दिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ई-चलान की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। ई-चालान को हालांकि बीते छह जुलाई को ही लॉन्च कर दिया गया था। मगर तकनीकि खामियों का पता चलने के कारण केवल सीपीयू को ही
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देहरादून- अब गूगल-पे और पे-टीएम के जरिए भुगत सकेंगे अपना चालान, उत्तराखंड पुलिस को मिली ये खास तकनीक

देहरादून- उत्तराखंड पुलिस ने राजधानी दून के सभी थानों में ई-चलान का शुभारंभ आज से कर दिया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत ई-चलान की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। ई-चालान को हालांकि बीते छह जुलाई को ही लॉन्च कर दिया गया था। मगर तकनीकि खामियों का पता चलने के कारण केवल सीपीयू को ही मशीनें प्रदान की गई थीं। जबकि अब यातायात पुलिस और जिले के सभी थानों को यह मशीनें मुहैया करा दी गई हैं।

बता दें कि बीते जुलाई महीने में पुलिस मुख्यालय से देहरादून को 136 ई-चालान मशीनों का आवंटन किया गया था। तब इसमें से 13 मशीनें सिटी पेट्रोल यूनिट को दी गई और छह जुलाई को सीपीयू ने ई-चालान की प्रक्रिया शुरू भी कर दी। इसका मकसद था कि ई-चालान की प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों का पता लगाकर उन्हें दूर किया जाए। वही अब 123 मशीनों को यातायात और थानों में वितरित कर दिया गया है। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने गुरुवार को दिलाराम चौक पर ई-चालान का विधिवत शुभारंभ किया।

देहरादून- अब गूगल-पे और पे-टीएम के जरिए भुगत सकेंगे अपना चालान, उत्तराखंड पुलिस को मिली ये खास तकनीक

ऑनलाइन होगा चालान का डाटा

एसएसपी अरुण मोहन जोशी द्वारा दी गई जानकारी मुताबिक ई-चालान से जहां पारदर्शिता आएगी। वहीं कैशलेस सुविधा भी लोगों को मिलेगी। इसके साथ ही अब हर चालान का ऑनलाइन डाटा भी पुलिस के पास मौजूद होगा। एक व्यक्ति का दो बार या इससे अधिक चालान होने पर पुलिस को मौके पर ही पता लग जाएगा और ऐसे शख्स की पहचान कर कड़ी कार्रवाई करने में भी मदद मिलेगी। इस मशीन में क्यूआर कोड की सुविधा है। जिसे स्कैन का भीम एप, पेटीएम, गूगल पे, फोन-पे व अन्य ई-वॉलेट के ही जरिए भुगतान कर सकते हैं।

प्रशिक्षित किए गए पुलिसकर्मी ई-चालान को पूरी तरह से लागू करने के लिए एनआइसी की ओर से सभी थानों से दो-दो उपनिरीक्षकों और प्रत्येक पेशी से एक-एक पुलिसकर्मी को प्रशिक्षित किया गया है। दून में है 250 मशीनों की जरूरत पेपर चालान को पूरी तरह से चलन से बाहर करने के लिए अकेले देहरादून जिले में कम से कम ढाई सौ ई-चालान मशीनों की आवश्यकता है। इसमें से अभी लगभग आधी ही मिल पाई हैं। सूत्रों की मानें तो शेष मशीनों का ऑर्डर भी संबंधित कंपनी को दे दिया गया है, जिसके एक से दो महीने के भीतर आने की उम्मीद है।