देहरादून- लॉकडाउन में मंत्री निशंक के इस फैसले से खिल जाएंगे अभिभावकों के चेहरे, प्राईवेट स्कूलों के साथ बनाई ये योजना

लॉकडाउन के चलते पूरे देश में कामकाज ठप है। इस बीच उत्तराखंड में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने स्कूलों से मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सालाना फीस में वृद्धि नहीं करने व लाकडाउन के चलते तीन महिने की फीस एक साथ नहीं लेने का आग्रह किया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई)
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देहरादून- लॉकडाउन में मंत्री निशंक के इस फैसले से खिल जाएंगे अभिभावकों के चेहरे, प्राईवेट स्कूलों के साथ बनाई ये योजना

लॉकडाउन के चलते पूरे देश में कामकाज ठप है। इस बीच उत्तराखंड में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने स्कूलों से मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सालाना फीस में वृद्धि नहीं करने व लाकडाउन के चलते तीन महिने की फीस एक साथ नहीं लेने का आग्रह किया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के सचिव अनुराग त्रिवाठी ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र भी लिखा है। निशंक ने शुक्रवार को सभी राज्यों से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने को कहा है।

देहरादून- लॉकडाउन में मंत्री निशंक के इस फैसले से खिल जाएंगे अभिभावकों के चेहरे, प्राईवेट स्कूलों के साथ बनाई ये योजना

स्कूल बंद फीस का मीटर चालू

बता दें कि कोरोना के चलते आम आदमी को राहत देने के लिए उत्तराखंड सरकार पहले ही कई कदम उठा चुकी है। पीएम मोदी द्वारा अब लॉकडाउन को बढ़ाकर 3 मई 2020 तक करा जा चुका है। ऐसे में निजी स्कूलों के बंद होने पर भी अभिभावको के उपर फीस देने का खतरा मंडरा रहा है। कोरोना की मार के चलते अभिभावकों की ओर से फीस नहीं लेने की मांग भी की जा रही है। लेकिन उत्तराखंड सरकार सभी को राहत पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार की तरह प्रदेश में निजी स्कूलों में फीस बढ़ाने पर रोक लगाने पर विचार कर रही है। उत्तराखंड सरकार सभी फैसलों को तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर लेने की बात कर रही है।

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