देहरादून- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की इस रिपोर्ट में देवभूमि देश में No.1, इस योजना में किया उम्मदा कार्य

आयुष्मान योजना में फ्रॉड रोकने और अस्पतालों को क्लेम भुगतान करने में उत्तराखंड राज्य देश में पहले स्थान पर है। बता दें आज आयुष्मान योजना को दो साल पूरे हो गए हैं। योजना में गोल्डन कार्ड धारक मरीजों के इलाज में धोखाधड़ी करने वाले निजी अस्पतालों के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई देवभूमि में की गई
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देहरादून- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की इस रिपोर्ट में देवभूमि देश में No.1, इस योजना में किया उम्मदा कार्य

आयुष्मान योजना में फ्रॉड रोकने और अस्पतालों को क्लेम भुगतान करने में उत्तराखंड राज्य देश में पहले स्थान पर है। बता दें आज आयुष्मान योजना को दो साल पूरे हो गए हैं। योजना में गोल्डन कार्ड धारक मरीजों के इलाज में धोखाधड़ी करने वाले निजी अस्पतालों के खिलाफ सबसे अधिक कार्रवाई देवभूमि में की गई है। फ्रॉड करने वाले अस्पतालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही रिकवरी भी हुई है। वहीं, निजी अस्पतालों को सात दिन से कम समय में क्लेम का भुगतान किया जा रहा है।

देहरादून- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की इस रिपोर्ट में देवभूमि देश में No.1, इस योजना में किया उम्मदा कार्य

एनएचए ने फ्रॉड रोकने और क्लेम भुगतान में उत्तराखंड को देश का पहला राज्य घोषित किया है। योजना को बेहतर ढंग से संचालित करने में उत्तराखंड अन्य राज्यों के लिए मिसाल बना है। इसके लिए 25 सितंबर को फ्रॉड रोकने और क्लेम भुगतान की रणनीति पर उत्तराखंड की विशेष प्रस्तुतीकरण रखा गया है। जिसे अन्य राज्यों के साथ साझा किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के सभी 23 लाख परिवारों को आयुष्मान योजना में पांच लाख तक इलाज की सुविधा देने में भी उत्तराखंड देश का पहला राज्य है।

आयुष्मान योजना में खर्च किये 192 करोड़

राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया से प्राप्त जानकारी अनुसार आयुष्मान योजना में प्रदेश में अब तक 39 लाख लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बने हैं। 99वें प्रतिशत लाभार्थियों के कार्ड आधार लिंक है। दो साल में प्रदेश के 2.6 लाख से अधिक मरीजों के इलाज पर सरकार ने 192 करोड़ खर्च किया है। सबसे ज्यादा डायलिसिस के 1.10 लाख मरीजों को योजना का लाभ मिला है।

इसके अलावा सर्जरी, कैंसर, हृदय रोग, हड्डी रोग समेत अन्य गंभीर बीमारियों का भी योजना में इलाज किया गया है। उनकी माने तो प्रदेश में आयुष्मान योजना को बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है। कमियों में सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। लाभार्थियों को योजना में बेहतर इलाज मिले इसके लिए अस्पतालों को समय पर क्लेम का भुगतान और फ्रॉड मामलों की गहन निगरानी की जा रही है।