देहरादून-नवनियुक्त आई सलाहकार ने ली पहली बैठक, आईटी को बेहतर करने की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नव नियुक्त आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने बनने के बाद प्रथम बार बैठक लेने पर राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी एवं उप महानिदेशक के नारायणन एवं अन्य अधिकारियों ने आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त का स्वागत किया। आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के लक्ष्य
 | 
देहरादून-नवनियुक्त आई सलाहकार ने ली पहली बैठक, आईटी को बेहतर करने की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नव नियुक्त आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने बनने के बाद प्रथम बार बैठक लेने पर राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी एवं उप महानिदेशक के नारायणन एवं अन्य अधिकारियों ने आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त का स्वागत किया। आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखण्ड आईटी क्षेत्र के अग्रणी राज्यों में लगातार आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के नेतृत्व में चल रहे ई-गवर्नेंस एवं गुड गवर्नेंस के कार्यक्रम में सभी अधिकारी सक्रिय सहभागिता निभाये।

देहरादून-नवनियुक्त आई सलाहकार ने ली पहली बैठक, आईटी को बेहतर करने की प्राथमिकता

मुख्यमंत्री के आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में उनका प्रयास होगा कि इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग कर शासकीय कार्यों को समयबद्धता एवं पारदर्शिता से पूर्ण कराने में सहयोग किया जाए। आईटी का बेहतर उपयोग कर प्राथमिकता के आधार पर मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के ई -गवर्नेंस, ई ऑफिस और सीएम हेल्प लाइन जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों में सक्रिय सहभागिता निभायेंगे।

देहरादून-नवनियुक्त आई सलाहकार ने ली पहली बैठक, आईटी को बेहतर करने की प्राथमिकता

रविन्द्र दत्त ने कहा कि एनआईसी के हर स्तर के अधिकारी अपने आप को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर में अपग्रेड करें, जिससे प्रदेश की जनता के उपयोगार्थ लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के साफ्टवेयर बना सकें। उनके द्वारा प्रदेश में सभी सरकारी वेबसाइटों को कॉमन आर्किटेक्चर पर अपग्रेड करने का सुझाव दिया गया। उन्होंने सभी निर्माणाधीन सॉफ्टवेयर प्रोजेक्टों को डेडलाइन के साथ डेवलप किए जाने की भी अपेक्षा की। उन्होंने वेबसाइटों और एप्लीकेशन को जनता की सहूलियत के अनुसार डेवलप करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अधिकतर जनता स्मार्टफोन का उपयोग करती है इसीलिए एनआइसी द्वारा सॉफ्टवेयरों को मोबाईल फ्रेंडली बनाने की भी अपेक्षा की।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विभागों को प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर वीडियो कॉंन्फ्रेंसिंग की कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाये। उनके द्वारा सभी विभागों को सरकारी ई-मेल सर्विस का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए जागरूक करने की अपेक्षा की। आईटी सलाहकार रविन्द्र दत्त ने एनआईसी के विभिन्न प्रोजेक्टस् के स्टेट हेड के साथ परिचय एवं बैठक की जिसमें अधिकारियों द्वारा पूर्व में बनाये गये और वर्तमान में डेवलप हो रहे विभिन्न साफ्टवेयर प्रोजेक्टों का प्रस्तुतीकरण दिया गया। राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी एवं उप महानिदेशक के. नारायणन ने कहा कि एनआईसी प्रदेश में उत्तराखण्ड सरकार के ई-गर्वनेंस के प्रोजेक्टों को उत्तराखण्ड में लागू कराने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एनआईसी द्वारा बदरीनाथ, केदारनाथ के लिए ऑनलाइन पूजा, ऑनलाइन प्रसाद, ऑनलाइन डोनेशन पोर्टल तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट किये जा रहे हैं।

चारधाम यात्रा के लिए इंटीग्रेटेड पोर्टल भी बनाया जा रहा है। साथ ही अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर भी कार्य किया जा रहा है। ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल सभी 13 जिलों में चल रहा है। एनआईसी द्वारा देश में पहली बार लोकसभा चुनावों में सभी पोलिंग वाहनों में लोकेशन ट्रेकिंग का उपयोग किया गया। जिसका भविष्य में अन्य विभागों द्वारा प्रयोग में लाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि जिलों में बेहतर कनेक्टिविटी से जोडऩे की दिशा में एनआईसी द्वारा कार्य किया जा रहा है, सभी जिलों के ऑफिसों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने का कार्य विभाग की प्राथमिकता में शामिल है। बैठक में एनआईसी के सभी स्तर के आफिसर्स मौजूद थे। एनआईसी के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि प्रदेश में ई-गवर्नेंस और सॉफ्टवेयर टँक्नोलाजी के बेहतर क्रियान्वयन के लिए माण् मुख्यमंत्री द्वारा जो भी दिशा-निर्देश प्राप्त होंगे। उन पर प्राथमिकता के आधार पर समयबद्ध तरीके से कार्य किया जायेगा।