देहरादून- मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर जालसाजों की सामने आई ये करतूत, मासूमों को ऐसे बनाया अपना शिकार

Merchant Navy Fraud, आर्मी सर्विस में नौकरी के नाम पर धोकाधड़ी के मामलों में प्रदेश भर में बीते दिनों में काफी इजाफा हुआ है। चंद पैसो के लिए ठग लगातार मानवता की धज्जियां उड़ा रहे है। बेरोजगारी बड़ने के चलते लोग इन जालसाजों के चंगुल में आसानी से फस जाते है। एक ऐसा ही मामला
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देहरादून- मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर जालसाजों की सामने आई ये करतूत, मासूमों को ऐसे बनाया अपना शिकार

Merchant Navy Fraud, आर्मी सर्विस में नौकरी के नाम पर धोकाधड़ी के मामलों में प्रदेश भर में बीते दिनों में काफी इजाफा हुआ है। चंद पैसो के लिए ठग लगातार मानवता की धज्जियां उड़ा रहे है। बेरोजगारी बड़ने के चलते लोग इन जालसाजों के चंगुल में आसानी से फस जाते है। एक ऐसा ही मामला उत्तराखंड के राजधानी देहारदून से प्रकाश में आया है।

यहां पंजाब के रहने वाले चार युवकों से मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर दो लाख रुपये की ठगी कर ली गई। काफी दिनों तक जब उन्हें नौकरी नहीं मिली और पैसे भी नहीं वापस मिले तो युवकों ने पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था को पत्र भेजकर संबंधित पर कार्रवाई की मांग की। मामले में पटेलनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

देहरादून- मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर जालसाजों की सामने आई ये करतूत, मासूमों को ऐसे बनाया अपना शिकार

ऐसे बुना ठगी का जाल

जानकारी मुताबिक मामले में विनोद कुमार निवासी नया गांव मेहता रोड अमृतसर, बलविंदर सिंह निवासी राजेंद्रनगर फतेहगढ़ साहिब, विपिन निवासी चक जमियत सिंहवाला फिरोजपुर व रेशम सिंह निवासी वीपीओ मानसैंड, गुरुदासपुर की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। चारों का आरोप है कि करीब दो साल पहले उन्हें कनिष्का सिंह व अमित यादव का फोन आया। दोनों ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी का कोर्स कराते हैं और नौकरी मिलने की भी गारंटी है। सभी ने 50-50 हजार रुपये देकर दाखिला ले लिया।

देहरादून- मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर जालसाजों की सामने आई ये करतूत, मासूमों को ऐसे बनाया अपना शिकार

प्रशिक्षण के बाद मांगे 3 लाख

अप्रैल 2018 में देहरादून के भाऊवाला में उन्हें तीन महीने का प्रशिक्षण भी दिया गया, लेकिन सर्टिफिकेट दिए बिना सभी को घर भेज दिया। कहा कि उन्हें फोन कर बाद में बुलाया जाएगा। काफी दिनों तक फोन नहीं आया तो कनिष्का और अमित को फोन किया। दोनों ने उनसे तीन तीन लाख रुपये की मांग की। जब इस रकम को देने में असमर्थता जताई गई तो दोनों ने अपने फोन बंद कर दिए। आरोप है कि उनके जैसे और भी युवक-युवती थे, जिन्होंने प्रशिक्षण लिया, मगर नौकरी नहीं मिली। इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी ने बताया कि मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।