देहरादून- कोरोना के बढ़ते कहर से बढ़ी उच्च शिक्षा विभाग की मुश्किलें, पढ़े किन 3 एग्जाम पैर्टन पर चल रहा विचार

उत्तराखंड में बढ़ते कोविड-19 के कहर से हर कोई परेशान है। ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किलें स्टूडेंट्स की बढ़ती नज़र आरही हैं। उत्तराखंड हायर एजुकेशन में छात्र परीक्षाओं को लेकर काफी चिन्तित है। हालाकिं उच्च शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि जुलाई में एग्जाम होंगे। उसके बाद रिजल्ट और फिर एक सितंबर से
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देहरादून- कोरोना के बढ़ते कहर से बढ़ी उच्च शिक्षा विभाग की मुश्किलें, पढ़े किन 3 एग्जाम पैर्टन पर चल रहा विचार

उत्तराखंड में बढ़ते कोविड-19 के कहर से हर कोई परेशान है। ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किलें स्टूडेंट्स की बढ़ती नज़र आरही हैं। उत्तराखंड हायर एजुकेशन में छात्र परीक्षाओं को लेकर काफी चिन्तित है। हालाकिं उच्च शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि जुलाई में एग्जाम होंगे। उसके बाद रिजल्ट और फिर एक सितंबर से नया सेशन शुरू हो जाएगा, लेकिन जिस तरह उत्तराखंड में रोज़ाना कोरोना के मरीज़ बढ़ रहे हैं, इसे देखते हुए अभी संशय के बादल छाए हुए हैं। बढ़ते मरीजों के बीच एग्जाम कराना विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

देहरादून- कोरोना के बढ़ते कहर से बढ़ी उच्च शिक्षा विभाग की मुश्किलें, पढ़े किन 3 एग्जाम पैर्टन पर चल रहा विचार

तीन एग्जाम पैर्टन पर चल रहा विचार

उत्तराखंड में एक लाख से ज़्यादा स्टूडेंट्स सरकारी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में पढ़ते हैं, जबकि करीब 4 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स प्राइवेट यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट्स में हैं। उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि प्रदेश में कोरोना के हालात को देखते हुए 3 एग्जाम पैटर्न के ऑप्शन पर विचार किया जा रहा है। धन सिंह रावत के मुताबिक,

देहरादून- कोरोना के बढ़ते कहर से बढ़ी उच्च शिक्षा विभाग की मुश्किलें, पढ़े किन 3 एग्जाम पैर्टन पर चल रहा विचार

लॉकडाउन के फेज़-4 के खत्म होने और जून महीने के हालात से तय होगा कि एग्जाम किस पैटर्न पर होंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहला ऑप्शन यह है कि हालात ठीक रहे तो सभी स्टूडेंट्स के एग्जाम पुराने पैटर्न पर कॉलेजों में होंगे। दूसरा ये कि हालात खराब हुए तो फर्स्ट और सेकेंड ईयर को छोड़ सिर्फ फाइनल ईयर के एग्जाम होंगे। तीसरा ये कि अगर कोरोना बेकाबू हुआ तो फिर घर पर ऑनलाइन एग्जाम की व्यवस्था की जाएगी।