देहरादून- सिक्योर हिमालय परियोजना को लेकर वन मंत्री ने कहीं ये बात, दिया ये संदेश

हिमालय के पर्यावरण को सुरक्षित के लिए उत्तराखंड सरकार ने सिक्योर हिमालय परियोजना शुरू की है। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि हिमालय के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए सरकार मुस्तैदी से जुटी है। जिसके लिए समय-समय पर हिमालय से जुड़े अध्ययनों के आधार पर कदम उठाए गए हैं। उन्होंने
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देहरादून- सिक्योर हिमालय परियोजना को लेकर वन मंत्री ने कहीं ये बात, दिया ये संदेश

हिमालय के पर्यावरण को सुरक्षित के लिए उत्तराखंड सरकार ने सिक्योर हिमालय परियोजना शुरू की है। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत ने कहा कि हिमालय के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए सरकार मुस्तैदी से जुटी है। जिसके लिए समय-समय पर हिमालय से जुड़े अध्ययनों के आधार पर कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जागरूक नागरिक को हिमालय के संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। डॉ.रावत ने कहा कि हिमालय केवल पर्वत श्रृंखला नहीं, बल्कि सभ्यता व संस्कृति को स्वयं में समेटे है। यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और जैवविविधता के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। हिमालयी क्षेत्र के निवासियों के आजीविका विकास पर भी फोकस किया गया है।

पर्यावरण संरक्षण उत्तराखंड की परंपरा

वन संत्री ने कहा कि सिक्योर हिमालय परियोजना के तहत गंगोत्री नेशनल पार्क, गोविंद व अस्कोट वन्यजीव विहार के अंतर्गत आने वाले गांवों के निवासियों के लिए आजीविका विकास की पहल की गई है। इसके साथ ही संरक्षित-आरक्षित वन क्षेत्रों से लगे गांवों में गठित ईको विकास समितियों के माध्यम से भी ऐसे ही प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष को थामने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण उत्तराखंड की परंपरा का हिस्सा है। वनों को बचाने के लिए चिपको आंदोलन के अंकुर भी उत्तराखंड की धरती पर फूटे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में हो रहे बदलाव, ग्लोबल वार्मिंग के साथ विभिन्न विषयों पर समेकित चिंतन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नदियों के पुनर्जीवीकरण के प्रयास राज्य में चल रहे हैं। गंगा, यमुना और इनकी सहायक नदियां साफ-सुथरी रहें, इसके लिए भी कारगर प्रयास चल रहे हैं।