देहरादून-एग्जिट पोल के बाद संशय बरकरार, उत्तराखंड में इन सीटों पर हो सकता है भाजपा को खतरा

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क-रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद पार्टियों के सुर बदल गये है। विपक्षी पार्टिया एग्जिट पोल को सिर्फ एक आइडिया मान रही है। असल खेल 23 मई को देखने की बात कर रही है। एग्जिट पोल से उत्तराखंड में भी खुशी की लहर है। एग्जिट पोल
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देहरादून-एग्जिट पोल के बाद संशय बरकरार, उत्तराखंड में इन सीटों पर हो सकता है भाजपा को खतरा

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क-रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद पार्टियों के सुर बदल गये है। विपक्षी पार्टिया एग्जिट पोल को सिर्फ एक आइडिया मान रही है। असल खेल 23 मई को देखने की बात कर रही है। एग्जिट पोल से उत्तराखंड में भी खुशी की लहर है। एग्जिट पोल से साफ हो गया है कि एक बार फिर मोदी सरकार बननी तय है। हालांकि कई टीवी चैनलों द्वारा दिखाये गये एग्जिट पोल में उत्तराखंड में भाजपा को एक सीट का खतरा है लेकिन ज्यादातर चैनलों ने भाजपा को उत्तराखंड में पिछली बार की तरह इस बार भी क्लीन स्वीप दिखाया। भाजपा नेताओं का कहना है कि भाजपा प्रदेश के पांचों लोकसभा सीटों पर परचम लहराएगी। भाजपा प्रत्याशी पांचों लोकसभा सीटों में भारी बहुमत से जीत हासिल करेंगे।

देहरादून-एग्जिट पोल के बाद संशय बरकरार, उत्तराखंड में इन सीटों पर हो सकता है भाजपा को खतरा

अल्मोड़ा और टिहरी को लेकर कशमकश बरकरार

लेकिन असली रिजल्ट 23 मई को देखने को मिलेगा। उस दिन स्थिति साफ हो जायेगी कि प्रदेश में भाजपा पांच की पांच सीटों पर जीती या फिर केवल चार पर। हालांकि कांग्रेस पार्टी में भी दावा किया जा रहा है कि कम से कम दो सीट तो प्रदेश में उनकी होगी लेकिन एग्जिट पोल के आंकड़ों के बाद कांग्रेस का खाता नहीं खुला है। कई चैनल ने उनका खाता खोला है। इस बार प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर शुमार थी। जिसमें पूर्व सीएम हरीश रावत और भाजपा के प्रदेशध्यक्ष अजय भट्ट आमने-सामने थे। यह सीट सबसे खास मानी जा रही थी। इस सीट पर पेंच फंसने के आसार लग रहे है जिस तरह से हरीश रावत ने अंतिम समय में अपनी पकड़ तेज की उससे इस सीट का गणित थोड़ा बिगडऩे के आसार है। इसके अलावा टिहरी लोकसभा सीट को कांग्रेस अपने पक्ष में मान रही है। वहीं अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर भी इस बार घमासान होने की स्थिति है। यहां विधायकों और मंत्रियों की बेरूखी भाजपा को झटका दे सकता है। फिलहाल 23 मई को स्थिति साफ हो जायेगी। अगर उत्तराखंड में उलटफेर हुआ तो केवल अल्मोड़ा और टिहरी सीट पर हो सकता है।