देहरादून- पढिय़े आखिर क्यों कोरोना योद्धा मनीष को हर कोई कर रहा सलाम, लॉकडाउन में 4437 किमी का सफर अकेला कर दिया तय

देहरादून-कोरोना वायरस को मात देने के लिए डॉक्टर और पुलिस दिन-रात मेहनत कर रही है। ऐेसे में पीआरडी स्वयं सेवक चालक ने एक बड़ी मिसाल पेश की है। आज हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने ने उन्हें कोरोना वारियर के खिताब से नवाजा है। उनके जज्बे और काम की हर
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देहरादून- पढिय़े आखिर क्यों कोरोना योद्धा मनीष को हर कोई कर रहा सलाम, लॉकडाउन में 4437 किमी का सफर अकेला कर दिया तय

देहरादून-कोरोना वायरस को मात देने के लिए डॉक्टर और पुलिस दिन-रात मेहनत कर रही है। ऐेसे में पीआरडी स्वयं सेवक चालक ने एक बड़ी मिसाल पेश की है। आज हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने ने उन्हें कोरोना वारियर के खिताब से नवाजा है। उनके जज्बे और काम की हर कोई दाद दे रहा है। जी हां पीआरडी स्वयं सेवक चालक मनीष कुमार ने लॉकडाउन के दौरान 17 बार हल्द्वानी के चक्कर अकेले लगा दिये।

देहरादून- पढिय़े आखिर क्यों कोरोना योद्धा मनीष को हर कोई कर रहा सलाम, लॉकडाउन में 4437 किमी का सफर अकेला कर दिया तय
प्रशासन ने उन्हें कोरोना जांच के सैंपल संबंधित लैब को भेजने और रिपोर्ट लाने की जिम्मेदारी सौंपी है। तब से उनका वाहन निरंतर फर्राटे भर रहा है और उनका हौंसला आसमान छूं रहा है। उनकी मेहनत को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने मनीष को कोरोना वारियर के खिताब से नवाजा। मनीष कुमार 25 मार्च से सैंपल ले जाने का काम कर रहे हैं। लंबे समय तक सैंपल देहरादून से करीब 270 किलोमीटर दूर हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज भेजे जाते रहे। मनीष 17 बार हल्द्वानी का चक्कर लगा चुके हैं। वह अकेले ही हल्द्वानी के बीच 4437 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर लिया।