देहरादून- CBSE बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी चैकिंग बनी शिक्षकों के लिए चुनौती, इसलिए भुगतने होंगे 50 हजार

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियां जांचना इस वर्ष आसान नहीं होगा, इसके लिए बोर्ड द्वारा कई सख्त नियम बनायें गए है। बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। क्षेत्रीय स्तर पर बनाए गए नोडल अधिकारियों की निगरानी में कॉपियां जांची जाएंगी। हालांकि, इसके लिए परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्र पर नहीं, बल्कि उनके घर पर
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देहरादून- CBSE बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी चैकिंग बनी शिक्षकों के लिए चुनौती, इसलिए भुगतने होंगे 50 हजार

सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियां जांचना इस वर्ष आसान नहीं होगा, इसके लिए बोर्ड द्वारा कई सख्त नियम बनायें गए है। बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। क्षेत्रीय स्तर पर बनाए गए नोडल अधिकारियों की निगरानी में कॉपियां जांची जाएंगी। हालांकि, इसके लिए परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्र पर नहीं, बल्कि उनके घर पर ही कॉपियां उपलब्ध करवाई जाएंगी। कॉपियां जांचने में कोई भी गड़बड़ ना हो, इसके लिए नियम सख्त हैं। गलती करने पर शिक्षक को 50 हजार रुपये तक का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।

देहरादून- CBSE बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी चैकिंग बनी शिक्षकों के लिए चुनौती, इसलिए भुगतने होंगे 50 हजार

शिक्षको की बड़ी चिंता

कोरोना महामारी के चलते बोर्ड परीक्षा और मूल्यांकन दोनों स्थगित कर दिए गए थे। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक रणबीर सिंह की माने तो मानव संसाधन विकास मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद सीबीएसई में पूर्व में आयोजित बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन शुरू करवा दिया है। मूल्यांकन के लिए कुछ शिक्षकों को ही चुना गया है। बोर्ड के निर्देशानुसार मूल्यांकन केंद्रों पर कॉपियों की जांच करवाने के बजाय शिक्षकों को घर पर ही कॉपी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ऐसे में कई शिक्षक इस निर्णय से खुश नज़र नहीं आ रहे है।

देहरादून- CBSE बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी चैकिंग बनी शिक्षकों के लिए चुनौती, इसलिए भुगतने होंगे 50 हजार

जारी किया पत्र

जानकारी मुताबिक बोर्ड ने मूल्यांकनकर्ताओं के नाम एक पत्र जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि उत्तर पुस्तिकाओं को मुख्य परीक्षक और सहायक परीक्षक नहीं जांचेंगे। किसी भी गलती के लिए मूल्यांकन करने वाला ही पूरी तरह से जिम्मेदार होगा और उस पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। बोर्ड के निर्देशानुसार पहले से तय मूल्यांकनकर्ताओं के घर सीलबंद बैग में उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जाएंगी। एक बैग की दो सौ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सात दिन के भीतर किया जाना है। सात दिन बाद उत्तर पुस्तिकाओं को वापस लाया जाएगा।