देहरादून-बोले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ऐसे रूकेगा पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन, स्वास्थ्य सुविधाओं का मिलेगा लाभ

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क-मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज सचिवालय में अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसी परिपेक्ष में अटल आयुष्मान योजना के तहत चिन्हित परिवारों के अलावा प्रदेश के सभी शेष परिवारों को अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड
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देहरादून-बोले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ऐसे रूकेगा पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन, स्वास्थ्य सुविधाओं का मिलेगा लाभ

देहरादून-न्यूज टुडे नेटवर्क-मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज सचिवालय में अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसी परिपेक्ष में अटल आयुष्मान योजना के तहत चिन्हित परिवारों के अलावा प्रदेश के सभी शेष परिवारों को अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना से जोड़ गया है। इसके तहत प्रत्येक परिवार को पांच लाख रूपये तक के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलबध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों, इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही किये जाने की अभी और जरूरत है। पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होने से पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।

देहरादून-बोले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ऐसे रूकेगा पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन, स्वास्थ्य सुविधाओं का मिलेगा लाभ

19456 लोग उठा चुके योजना का लाभ

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना का जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सकें, इसके लिए स्पष्ट मैकनिज्म का होना जरूरी है। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में भी मरीजों को उचित इलाज मिल सकें, इसके लिए ठोस योजना बनाई जाय। पर्वतीय क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार निरन्तर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत लाभार्थियों एवं जारी किये गये गोल्डन कार्डों की प्रगति की जानकारी ली। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश में अब तक 12 लाख 91 हजार परिवारों के 30 लाख 68 हजार गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं। योजना के तहत अबतक 19456 लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।