देहरादून-कौन है भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार नरेश बंसल, पढिय़े उनके 50 साल के राजनीतिक का पूरा सफर
देहरादून-सोमवार देर रात उत्तराखंड से राज्यसभा की एक सीट के लिए भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। राज्य बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष नरेश बंसल को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। विधानसभा में भाजपा का तीन-चौथाई से अधिक बहुमत होने से बंसल की जीत तय है। हालांकि इससे पहले पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और महेन्द्र पाण्डेय को टिकट मिलने के कयास लगाये जा रहे थे लेकिन अंतिम समय में नरेश बंसल बाजी मार ले गये।
बता दें कि कैबिनेट मंत्री का दर्जां प्राप्त बीस सूत्रीय कार्यक्रम एवं क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष नरेश बंसल 50 साल से राष्ट्रीय स्वयं सेवक के समर्पित कार्यकर्ता हैं। बंसल मात्र आठ साल की उम्र में स्वयं सेवक बन गए थे। उनका सामाजिक व राजनैतिक जीवन लंबा रहा है। उनके कुशल नेतृत्व व बेहतर सांगठनिक कौशल के चलते पार्टी में उनकी छवि हरफनमौला की है। उनकी इसी कार्यशैली से प्रभावित होकर भाजपा हाईकमान ने राज्यसभा सीट के लिए उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है।
देहरादून में जन्मे नरेश बंसल आठ साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडक़र स्वयं सेवक बने। प्राइमरी शिक्षा देहरादून नगर पालिका के स्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा भी देहरादून में ही हुई। उन्होंने14 वर्ष की उम्र में संघ का प्राथमिक शिक्षा वर्ग किया। इसके बाद संघ के तृतीय वर्ष का शिक्षण नागपुर में लिया। उन्होंने डीएवी कालेज देहरादून से एमकॉम की शिक्षा भी प्राप्त की। फरवरी 1977 में सिंचाई विभाग में संघ से संपर्क के कारण सेवा समाप्ति का नोटिस मिला। जुलाई 1977 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और बाद में उनकी नियुक्ति यूको बैंक में हुई।
नरेश बंसल ने प्रतिबंधित रामनवमी की शोभायात्रा संघर्षों के बाद प्रारंभ की। वर्ष 1989 में श्रीराम शिला पूजन समिति का नगर संयोजक का दायित्व निभाया। श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन के समय गठित उत्तराखंड संवाद समिति के कोषाध्यक्ष रहे। इसके बाद वर्ष 1972 में विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक का दायित्व निभाया। वर्ष 1980 से 1986 तक वह हिंदू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष रहे।
उन्होंने चार नवंबर 2002 से 2009 तक पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में प्रदेश संगठन महामंत्री के दायित्व का निर्वहन किया। वर्ष 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के स्टार प्रचार की सूची शामिल रहे। इसके बद 2009 से 2012 तक तत्कालीन प्रदेश भाजपा सरकार में अध्यक्ष आवास एवं विकास परिषद और 2009 से 2012 तक भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य रहे। 2012 में विधानसभा चुनाव में प्रदेश चुनाव अभियान समिति के सचिव का दायित्व मिला। इससे पहले भी वर्ष 2012 में केंद्र के आदेश पर राज्यसभा के लिए नामांकन किया, लेकिन बाद में नाम वापस लिया। 2012 से 2019 तक प्रदेश महामंत्री रहे। वही 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व संभाला।